देवरिया। विकास विभाग की पूर्व संविदा कर्मी की तहरीर पर देवरिया के जिला पंचायत राज अधिकारी, सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी, विकास भवन के प्रधान सहायक व एक ठेकेदार समेत पांच के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

सदर कोतवाली इलाके के एक गांव निवासी युवती स्वच्छ भारत मिशन के तहत सदर ब्लॉक कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर काम कर रही थी। लेकिन हाल ही में कथित रुप से लापरवाही के कारण उसे हटा दिया। इस बीच विकास भवन के प्रधान सहायक रामधनेश यादव के संपर्क में वह आ गई। राम धनेश ने उसे नौकरी पर दोबारा रखवाने का वादा करते हुए उसे 16 अगस्त की शाम को पोस्टमार्टम चौराहा स्थित एक सरकारी आवास में बुलाया।

जहां पर पहले से डीपीआरओ  ओमप्रकाश पाण्डेय, सहायक पंचायत राज अधिकारी नित्यानंद, जीसी बाबू रामधनेश यादव, एडीओ पंचायत दीनानाथ व ठेकेदार ऋषिकेश तिवारी मौजूद थे। युवती के अनुसार सभी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने शोर मचाया तो उसे और उसके परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दी। देर रात को युवती को उसके गांव के बाहर सड़क पर छोड़ कर ये लोग फरार हो गए।

घर पहुंचने पर युवती ने परिजनों को घटना की जानकारी दी। 2 सितंबर को कोतवाली में तहरीर दी, लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया। पीड़िता ने एसपी से मुलाकात कर उन्हें मामले से अवगत कराया। साक्ष्य के तौर पर कुछ आडियो क्लिप भी उपलब्ध कराया। एसपी श्रीपति मिश्र के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने डीपीआरओ ओमप्रकाश पांडेय, सहायक पंचायत राज अधिकारी नित्यानंद, विकास भवन के जीसी बाबू रामधनेश यादव, एडीओ पंचायत दिनानाथ व ठेकेदार ऋषिकेश तिवारी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।