कुख्यात माफिया डॉन और सुपारी किलर प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या कर दी गई है। बजरंगी को रविवार की रात में झांसी जेल से बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था। मुन्ना बजरंगी को पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के आरोप में बागपत कोर्ट में पेश होना था।

मुन्ना बजरंगी मफिया डान मुख्तार अंसारी गिरोह का सबसे खास सुटर था। इसकी की हत्या ने अंसारी गिरोह की कमर तोड़ दी है। इसी दौरान जेल में उसकी हत्या कर दी गई। मुन्ना को 10 गोलियां मारी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिये हैं।

जानकारी मिलते ही डीएम ऋषिरेंद्र, एसपी जयप्रकाश भारी पुलिस बल के साथ जेल पहुंचे। मुन्ना के अधिवक्ता ने बताया कि मुन्ना बजरंगी के सिर में 10 गोलियां मारी गई हैं और हत्या के बाद हथियार को गटर में डाल दिया गया है। मुन्ना बजरंगी की हत्या की खबर लगते ही बागपत से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया। त्वरित कार्रवाई करते हुए एडीजी जेल ने बागपत के जेलर, डिप्टी जेलर, जेल वॉर्डन और दो सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है कि बजरंगी की हत्या जेल में बंद पश्चिमी यूपी का कुख्यात बदमाश सुनील राठी के शूटर्स ने की है।

पत्नी ने पहले ही जताई थी हत्या की आशंका

मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने 10 दिन पहले ही पत्रकार वार्ता में मुन्ना बजरंगी की हत्या की आशंका जताई थी। सीमा ने कहा था कि झांसी जेल में बंद माफिया मुन्ना बजरंगी का एनकाउंटर करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। एसटीएफ में तैनात एक अधिकारी के इशारे पर ऐसा हो रहा है। इस अफसर के कहने पर ही जेल में बजरंगी को खाने में जहर देने की कोशिश तक की गई।