मोदी सरकार ने इस रिपोर्ट को खारिज किया है कि कोरोनोवायरस लॉकडाउन को एक हफ्ते तक बढ़ाया जा सकता है। केन्द्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने मीडिया और सोशल मीडिया में चली रही खबरों को खारिज करते हुए कहा कि लॉकडाउन का विस्तार करने की कोई योजना नहीं है। 

नई दिल्ली। देशभर में जारी कोरोना वायरस के कहर के बीच जनता के लिए अच्छी खबर आयी है। केन्द्र सरकार ने साफ किया है देश में जारी 21 दिनों के लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की योजना नहीं है। जो भी  खबरें प्रसारित हो रही हैं वह फर्जी है। असल में सोशल मीडिया में चर्चा चल रही थी कि देशभर में लॉकडाउन 14 अप्रैल से आगे बढ़ाया जा  सकता है। लेकिन सरकार ने इन खबरों को खारिज  किया है।

मोदी सरकार ने इस रिपोर्ट को खारिज किया है कि कोरोनोवायरस लॉकडाउन को एक हफ्ते तक बढ़ाया जा सकता है। केन्द्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने मीडिया और सोशल मीडिया में चली रही खबरों को खारिज करते हुए कहा कि लॉकडाउन का विस्तार करने की कोई योजना नहीं है। देशभर में 22 मार्च को जनता के कर्फ्यू के बाद 24 मार्च देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन का ऐलान पीएम नरेन्द्र मोदी ने किया था। जिसके बाद देशभर में लॉकडाउन जारी है।

लॉकडाउन के तहतसभी सार्वजनिक परिवहन बंद हैं और इसके साथ ही दुकानें व्यापारिक प्रतिष्ठान, फैक्ट्री सभी बंद हैं और लोगों को घरों में रहने का आदेश दिया है। लेकिन कोरोनोवायरस महामारी के दौरान आवश्यक सभी दुकानें और सेवाएं भी निलंबित हैं। वहीं दिल्ली, मुंबई और अन्य बड़े शहरों में दैनिक प्रवासी श्रमिक उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में अपने पैतृक गाँवों की ओर पलायन कर रहे हैं। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में राज्य सरकारों ने प्रवासी मजदूरों के बड़े पैमाने पर पलायन से निपटने के लिए, दिल्ली-एनसीआर में बस स्टेशनों इंतजाम किए हैं।

अब तक, भारत में कोरोना वायरस के कारण 1,100 से अधिक मरीज प्रभावित हैं वहीं 27 लोगों की मौत के दावे किए हैं। देशभर के सभी राज्य कोरोना वायरस से प्रभावित हैं।  महाराष्ट्र और केरल में लगातार मामले बढ़ रहे हैं। जिसके कारण इन राज्यों की स्थिति खराब है। हालांकि रविवार को ही पीएम मोदी ने देशभर जनता को हो रही अव्यवस्था के लिए मांफी मांगी थी।