महाराष्ट्र में पिछला एक हफ्ता राजभवन राजनैतिक गतिविधियों का केन्द्र रहा। राज्यपाल ने 24 नवंबर की सुबह भाजपा के विधायक दल के नेता देवेन्द्र फडणवीस को मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई और उन्हें 30 नवंबर तक सदन में बहुमत साबित करने का आदेश दिया था। इसके साथ ही अजित पवार ने राज्य के नए उपमुख्यमंत्री की शपथ ली थी। अजित पवार का दावा था कि वह संसदीय दल के नेता हैं और भाजपा की सरकार को अपना समर्थन दे रहे हैं।
नई दिल्ली। केन्द्र सरकार जल्द ही महाराष्ट्र के राज्यपाल को बदल सकती है। राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र में चले राजनैतिक महाभारत के पटाक्षेत्र के बाद बदलने की चर्चा है। कोश्यारी की जगह राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा को राज्य का नया राज्यपाल नियुक्त करने की चर्चा राजनैतिक गलियारों में तेजी से चल रही है।
महाराष्ट्र में पिछला एक हफ्ता राजभवन राजनैतिक गतिविधियों का केन्द्र रहा। राज्यपाल ने 24 नवंबर की सुबह भाजपा के विधायक दल के नेता देवेन्द्र फडणवीस को मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई और उन्हें 30 नवंबर तक सदन में बहुमत साबित करने का आदेश दिया था। इसके साथ ही अजित पवार ने राज्य के नए उपमुख्यमंत्री की शपथ ली थी। अजित पवार का दावा था कि वह संसदीय दल के नेता हैं और भाजपा की सरकार को अपना समर्थन दे रहे हैं।
हालांकि उस वक्त ये तय नहीं था कि राज्यपाल को दी गई समर्थन की चिट्ठी में कितने विधायकों ने भाजपा सरकार को समर्थन दिया है। हालांकि इसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए थे। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। यही नहीं राज्यपाल के आदेश के खिलाफ तीनों दलों ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल की थी। जिस पर मंगलवार को कोर्ट ने राज्यपाल के फैसले को बदलने हुए आज शाम पांच बजे तक बहुमत साबित करने का आदेश दिया। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद फडणवीस सरकार ने इस्तीफा दे दिया है। लेकिन राज्यपाल विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं।
माना जा रहा है कि नई सरकार के गठन के बाद भी राज्य में राजभवन और सत्ता पक्ष के बीच अच्छे रिश्ते नहीं रहेंगे। लिहाजा केन्द्र सरकार राज्य में नया राज्यपाल नियुक्त करने की तैयारी में है। इससे सत्ता पक्ष राजभवन पर भाजपा के इराशे पर कार्य करने का आरोप नहीं लगा सकेगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र कोश्यारी की जगह ले सकते हैं। हालांकि मिश्र को 9 सितंबर को ही हिमाचल प्रदेश से राजस्थान का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। बहरहाल विपक्षी दल राज्य में सरकार बनने के बाद राज्यपाल पर निशाना साधे हुए हैं र उन पर आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने संविधान, नियम, कानून, मिसाल और परंपराओं की बिल्कुल परवाह नहीं की। जिसके कारण राज्य में राजनैतिक ड्रामा चला।
Last Updated Nov 27, 2019, 8:42 AM IST