नेशनल डेस्क। वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे रिपोर्ट को सोमवार को जिका अदालत में जमा कर दिया गया। वहीं अतिसंवेदनशील मसले में को्ट ने सर्वे कराने का आदेश दिया था। जिसके बाद ASI अधिकारियों ने सीलबंद दस्तावेजों को सफेद कपड़े में लपेटकर कोर्ट में जमा किया। फिलहाल ये भी स्पष्ट नहीं किया है कि ASI यानी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक होगी या नहीं। मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होगी। 

हिंदू पक्ष ने की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग

इससे इतर ज्ञानवापी प्रकरण में हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन का कहना कि ASI ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उल्लघंन किया है। दरअसल, एसआई अधिकारियों ने सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट दायर की है। इसके लिए हमने आवेदन दायर कर दिया है। जिला कोर्ट के समक्ष हिंदू पक्ष को भी रिपोर्ट की प्रति दी जानी चाहिए। वही इस रिपोर्ट के बारे में बात नहीं करत सकते,प्रकाशित नहीं कर सकते। इसी सभी बातों को लेकर मीडिया पर रोक नहीं लगाई जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि अब गुरुवार को होने वाले सुनवाई में जाएंगे। अगर जिला अदालत कोई आदेश नहीं देती है तो हम सुप्रीम कोर्ट का रूख करेंगे। 

कई मुश्किलों के बाद हुआ था सर्वे

गौरतलब है, ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे करने के दौरान ASI टीम को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। जिला कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सर्वे से संबंधी याचिकाओं पर सुनवाई थी। जिसके बाद सर्वे को आगे बढ़ाया गया। वहीं ASI ने भी विश्लेषण सर्वे किया है। 2 नवबंर को एसआई का सर्वे पूरा हो गया था,हालांकि सर्वे के वक्त प्रयोग किए गए उपकरणों का डाटा जमा करने और रिपोर्ट दाखिल करने के लिए समय मांगा था। य

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