पटना। बिहार के रोहतास जिले के इन्द्रपुरी थाना में एक व्यक्ति ने जूते के फीते और शर्ट से फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली। इसके बाद थाने में हड़कंप मचा है। फिलहाल इस मामले में कुछ पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर हुई है। जिले के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि जांच की जा रही है और दोषी पुलिसवालों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।  

मृतक के परिजनों ने पुलिस पर श्रीकांत के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है। वहीं मृतक के नाबालिक बेटे को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था। लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि ट्रैक्टर चोरी के आरोप में मृतक का नाम श्रीकांत सिंह को गिरफ्तार किया गया था और वह तिलौथू थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुरका का रहने वाला था।  उसको थाने में लाया गया था लेकिन पुलिस वालों की लापरवाही के कारण उसने थाने में ही फांसी लगा ली।

प्रथम दृष्टया इंद्रपुरी थाना अध्यक्ष और संबंधित पुलिसकर्मियों की लापरवाही पाई गई है। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम सासाराम सदर अस्पताल में मेडिकल टीम द्वारा कराया गया है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। 

श्रीकांत को ट्रैक्टर चोरी के आरोप में इन्द्रपुरी थाना के हवालात में बंद किया था। मृतक के परिजनों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया है और आरोप लगाया कि पुलिस श्रीकांत को मारते-पीटते हुए उसके घर से ले गई थी। पुलिस ने मृतक के एक पुत्र अभिषेक को भी हिरासत में लिया था लेकिन नाबालिग होने के कारण उसे बंद नहीं किया और छोड़ दिया।

 मृतक की पत्नी रीना देवी ने पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए बताया कि आज सुबह 5 बजे इन्द्रपुरी थाना की पुलिस उनके घर पहुंची और उन्हें, उनके छोटे पुत्र एवं मुखिया रेशमा देवी को कुछ कागजी प्रकिया करने की बात कर इन्द्रपुरी थाना लाई।