नई दिल्ली। एक तरफ पाकिस्तान सीमा पर आतंकियों को भारत की सीमा में घुसपैठ कराने की तैयारी में हैं वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान में इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि वहां पर सेना कभी भी इमरान खान को सत्ता को हटाकर खुद काबिज हो सकती है। ये सब इमरान खान के करीबी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा करेंगे।  पाकिस्तान सेना इमरान खान से नाराज है और कोरोना संकट के बाद ये नाराजगी और ज्यादा बढ़ गई है।

पाकिस्तान की मीडिया और रक्षा विशेषज्ञ मान रहे हैं पाकिस्तान में कभी  भी तख्तापटल हो सकती है। क्योंकि इमरान खान और पाकिस्तानी सेना के बीच दूरी बढ़ती जा रही है।  वहीं पाकिस्तान में ये कहा जाने लगा है कि इमरान खान अब सत्ता नहीं चला सकते हैं और सेना ने अपने हाथ पीछे खिंच लिए हैं। असल में इमरान खान पर आरोप है कि वह कोरोना संकट से निपटने में विफल रहे हैं। जबकि सेना ने राज्य सरकारों के साथ देश में लॉकडाउन लागू कर दिया।  

जबकि इमरान खान को इस बात की चिंता थी कि अगर देश में लॉकडाउन शुरू हुआ तो देश की अर्थव्यवस्था और ज्यादा खराब हो जाएगी। लिहाजा इमरान खान ने लॉकडाउन का आदेश नहीं दिया। हालांकि देश में कोरोना के कारण स्थिति खराब होती जा रही है।  रोज मामले बढ़  रहे हैं और इमरान खान कोई फैसला नहीं कर पा रहे हैं। पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 12500 तक पहुंच गई है और  265 लोगों की मौत हो चुकी है।

सेना के लिए कोरोना बहाना

सेना के लिए पाकिस्तान में कोरोना बड़ा बहाना बन गया है। क्योंकि सेना पहले से ही नाराज चल रही है। कश्मीर से 370 हो या विश्व बिरादरी में भारत के खिलाफ माहौल। इमरान खान सरकार विफल हुई है वहीं विश्व स्तर पर पाकिस्तान की साख भी गिर गई है। लिहाजा कोरोना संकट के जरिए सेना पाकिस्तान में किसी अन्य नेता को पीएम बना सकती है या फिर खुद सत्ता पर काबिज हो सकती है। हालांकि पाकिस्तान में तख्तापटल कोई नहीं बात नहीं है। लिहाजा सेना पहले से ही मौके की तलाश में थी और कोरोना संकट  में उसे एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। जो पाकिस्तान में तख्तपलट कर सकता है।

भारत के खिलाफ सभी साजिशें विफल

पाकिस्तान के मीडिया में ये कहा जा रहा है कि इमरान खान भारत के खिलाफ सभी साजिशों में फेल हो गए हैं। भारत लगातार आगे बढ़ता जा रहा है और पाकिस्तान पीछे की तरफ जा रहा है। वहीं विश्वस्तर पर पाकिस्तान आतंकी देश घोषित हो चुका है। ज्यादातर देश पाकिस्तान के खिलाफ हैं।