दक्षिणी राज्य केरल में बारिश की बूंदे आफत बनकर गिर रही है। राज्य के 14 में से 12 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। केरल तमाम इलाकों में पब्लिक ट्रांस्पोर्ट पूरी तरीके से ठप्प है। सदर्न रेलवे और कोच्ची मेट्रों ने सेवाएं रोक दी हैं तो हवाई यातायात पर भी असर पड़ा है। राज्य में अब तक 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।


एनडीआरएफ और नौसेना की टीमें राहत और बचाव का कार्य कर रही हैं। भारतीय नौसेना की तरफ से जानकारी दी गई है कि उनकी 21 टीमें अलग-अलग इलाकों में काम कर रही हैं। 

Image may contain: 1 person

Image may contain: 3 people, people sitting and indoor
हालात की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री पी विजयन ने बुधवार देर रात कहा कि केरल के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। ज्यादातर बाधों के गेट खोले गए। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बर्बाद हो चुके हैं। लोगों को पीने के लिए साफ पानी मुहैया करना चुनौती बन गई है।

 


मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि बारिश अगले 4 दिन तक जारी रहेगी, इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है।  बाधों के गेट खुलने से पेरियार नदी का पानी एयरपोर्ट तक पहुंच गया है। इससे हवाई जहाजों की उड़ाने में दिक्कतें आ रही हैं। जलस्तर घटने पर भी एयरपोर्ट की सफाई में काफी वक्त लग जाएगा। तब जाकर कहीं उड़ानें शुरू की जा सकेंगी।


प्रदेश में मात्र पिछले 24 घंटों में 38.11 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जबकि मॉनसून शुरू होने से अब तक राज्य में 1806.64 मिली मीटर यानी कि 71 इंच बारिश हो चुकी है। आपदा प्रबंधन नियंत्रण केंद्र के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि सरकार ने 768 राहत शिविर लगाए हैं, जहां बुधवार देर तक लगभग एक लाख लोगों को ठहराया गया है।


राज्य की डरावनी स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन से फोन पर बात की है। केंद्र सरकार की तरफ से सेना, नौसेना, वायु सेना और तटरक्षक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों को केरल के लोगों को हरसंभव मदद करने के निर्देश दिए गए हैं। 


पड़ोसी राज्य कर्नाटक के कई इलाकों में मंगलवार रात से भारी बारिश हो रही है। कर्नाटक के कोडगु, दक्षिण कन्नड़, मैसूर, हासन, चिकमंगलुरु, शिवमोगा में नदी-नाले उफान पर हैं। बारिश का पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया है। प्रशासन को इन जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। राजधानी बेंगलुरु से केरल के कोझिकोड़, कन्नूर और कासरगोड़ जाने वाली राज्य परिवहन की बस सेवा रोक दी गई है।