नई दिल्ली। पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के लिए नरक बनता जा रहा है। जब से पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार आई है तब से वहां पर कट्टरपंथियों ने अल्पसंख्यकों को और ज्यादा निशाना बनाना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान में एक हिंदू लड़की नम्रता चंदानी की उसके हास्टल में हत्या कर उसे आत्महत्या करार दिए जाने की कोशिश की गई। मेडिकल की इस छात्रा ने दो घंटे पहले ही लोगों को मिठाई बांटी थी। लेकिन उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। अब पाकिस्तान के सिंध प्रांत में लोगों ने प्रदर्शन कर इमरान खान सरकार को घेरा है। सोशल मीडिया में भी नम्रता चंदानी की न्याय दिलाने के लिए मुहिम चल रही है।

नम्रता के भाई डा.विशाल और उनके परिवार वालों ने इसे साफ तौर पर हत्या बताया है। उनका कहना है कि नम्रता की हत्या कर उसे आत्महत्या करार दिए जाने की कोशिश की गई है। क्योंकि आत्महत्या और हत्या में साफ तौर से पता चलता है। इस हत्या के विरोध में कराची में हजारों प्रदर्शनकारियों ने हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की और सरकार पर हमला बोला।

मृतक नम्रता चंदानी पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना में एक मेडिकल कॉलेज में छात्रा थी। वह शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी के बीबी आसिफा डेंटल कॉलेज की बीडीएस की अंतिम वर्ष की छात्रा थी। पाकिस्तान में इस मामले में हिन्दू और अल्पसंख्यक वर्ग के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। नम्रता घोटकी जिले के मीरपुर मथेलो शहर के एक बड़े व्यापारिक घराने से ताल्लुक रखती थी। फिलहाल पुलिस ने उसका शव उसके पैतृक घर भेज दिया है।

फिलहाल सोशल मीडिया में नम्रता को न्याय दिलाने की मुहिम चल रही है। सिंध प्रांत और कराची में लोगों ने नम्रता को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च भी निकाला। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ही घोटकी में एक हिंदू शिक्षक पर ईश निंदा का आरोप लगाकर मारपीट की गई थी और इसके बाद सिंध प्रांत में दंगे हुए और मुस्लिम बहुसंख्यकों ने हिंदूओं और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया।

People of Sindh came out in huge numbers, demanding the #JusticeForNimrita at Teen Talwar Karachi. 17/09/2019 pic.twitter.com/yERCvoxtSG

— Bhunesh Maheshwari (@iambhunesh) September 17, 2019

उधर नम्रता के भाई डॉ. विशाल ने साफ तौर पर कहा कि उसकी बहन की हत्या की गई है। उसने दो घंटे पहले कॉलेज में मिठाई बांटी थी। यही नहीं उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला था। नम्रता का शव चारपाई पर पड़ा हुआ था और उसके गले में कपड़ा बंधा हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और कॉजेज प्रशासन इस हत्या को आत्महत्या बताकर मामले को दबाना चाहते हैं। गौरतलब है कि इमरान खान और पाकिस्तान की सेना के संरक्षण में मुस्लिम हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बना रहे हैं। पाकिस्तान में 90 लाख हिंदू रहते हैं और इसमें से ज्यादा सिंध प्रांत में ही रहते हैं।