पाकिस्तान में नेशनल असेंबली चुनाव की मतगणना में पूर्व क्रिकेटर एवं राजनेता इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ अन्य दलों के मुकाबले काफी आगे चल रही है। पीटीआई ने अब तक प्राप्त रुझानों में 114 सीटों पर बढ़त बना ली है और वह बहुमत से 23 सीटें दूर हैं। 

जबकि भ्रष्टाचार मामले में जेल की सजा काट रहे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 64 सीटों पर आगे है। बेनजीर भुट्टे के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 42 सीटों पर बढत बनाए हुए हैं। माना जा रहा है कि इमरान खान ही पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री होंगे।

चुनावों में मिले आंकड़ों में जीत दिखाई देने के बाद इमरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में न्यू पाकिस्तान की परिकल्पना का खाका खींचा। उन्होंने पाकिस्तान की जनता को बताया कि आने वाले समय में कैसा पाकिस्तान बनाएंगे। उन्होंने बताया कि नया पाकिस्तान बनाने का फॉर्मूला उन्हें भारत से मिला है और उस फॉर्मूले को कारगर करने के लिए वह चीन के मॉडल अपनाएंगे।

इमरान खान ने दावा किया कि वह राजनीति के बदलने की कोशिश करेंगे जिससे पाकिस्तान में विकास की शुरुआत हो। इसके लिए उन्होंने कहा कि वह भारत के फॉर्मूले को अपनाएंगे जरुर लेकिन इसके लिए वह चीन से सहायता लेगें और चीन के माडल पर चलेंगे। 
इमरान ने यहां तक दावा कर दिया कि उनकी रियासत में कुत्ते को भी खाली पेट नहीं रहने दिया जाएगा. लिहाजा, नया पाकिस्तान गरीबी से मुक्त होगा।

इमरान के मुताबिक वह सरकार की कमान संभालने के बाद चीन के लिए एक विशेष दल रवाना करेंगे जो चीन सरकार से भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की बारीकियों को सीख कर पाकिस्तान से भ्रष्टाचार का सफाया करने का बीड़ा उठाएगी।

इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जहां पर लोग सरकार को टैक्स अदा करने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन अब पाकिस्तान में रहने वाले लोगों को टैक्स अदा करने की जरूरत है. इमरान ने भरोसा दिलाया कि उनका दिया गया टैक्स पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा क्योंकि वह खुद पाकिस्तान के खजाने की चौकीदारी करेंगे।

इमरान के बयान को अगर ध्यान से  देखा जाए आने वाले समय में भारत पाकिस्तान के रिस्ते में कोई खास बदलाव नहीं देखने को मिलेगा और वह भी अपने पूर्व की सरकारों की तरह चीन के पिछलग्गू की तरह काम करेंगे। बैसे भी इमरान खान अपने चुनाव प्रचार के दौरान भारत विरोधी बयान देते रहें हैं। लेकिन अब देखना दिलचस्प होगा कि सरकार बनाने के बाद इमरान खान भारत के फॉर्मूले चीन के मॉडल को कैसे आगे लेकर चलते हैं।