असल में कश्मीर के मुद्दे पर मुस्लिम देशों ने भी इमरान खान का साथ नहीं दिया। हालांकि इमरान खान ने इस्लामिक देशों के संगठन पर ही सवाल खड़े दिए थे। क्योंकि सऊदी अरब और यूएई ने साफ कहा था कि वह कश्मीर के मामले में धर्म के न लाए। ये दो देशों का मामला है। हालांकि दो दिन पहले संयुक्त राष्ट्र में तुर्की ने कश्मीर का मामला उठाने की कोशिश की थी।
नई दिल्ली। पूरे दुनिया में कश्मीर के मुद्दे पर बेइज्जत हो चुके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अब तुर्की और मलेशिया की सरकारों के साथ इस्लामिक टीवी चैनल शुरू करेंगे। इस चैनल में इस्लाम के बारे में अंग्रेजी में बताया जाएगा। इमरान खान इसके जरिए अपने राजनैतिक हितों का साधने के साथ ही आध्यात्मिक और तांत्रिक बीवी बुशरा बीबी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करना चाहते हैं।
असल में कश्मीर के मुद्दे पर मुस्लिम देशों ने भी इमरान खान का साथ नहीं दिया। हालांकि इमरान खान ने इस्लामिक देशों के संगठन पर ही सवाल खड़े दिए थे। क्योंकि सऊदी अरब और यूएई ने साफ कहा था कि वह कश्मीर के मामले में धर्म के न लाए। ये दो देशों का मामला है। हालांकि दो दिन पहले संयुक्त राष्ट्र में तुर्की ने कश्मीर का मामला उठाने की कोशिश की थी। लेकिन वह इसे सही तरीके से नहीं उठा सका। हालांकि तुर्की पाकिस्तान का दोस्त माना जाता है।
लिहाजा अब पाकिस्तान के पीएम इमरान खान तुर्की और मलेशिया के साथ मिलकर इस्लामिक चैनल शुरू करेंगे। हालांकि ये माना जा रहा है कि इसके पीछे इमरान खान की पत्नी और पाकिस्तान की तांत्रिक माने जाने वाली बुशरा बीबी का आइडिया है। इसके जरिए इमरान खान अपनी बीवी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित कर सकते हैं। बुशरा बीबी ने अपने पूर्व पति को तलाक देखकर इमरान खान से शादी की थी। बुशरा बीबी के छह बच्चे हैं।
हालांकि इमरान खान ने इस टीवी चैनल के लिए सोशल मीडिया पर ऐलान कर दिया है। इमरान खान ये चैनल तुर्की और मलेशिया के साथ मिलकर शुरू करेंगे। इस चैनल के जरिए इमरान खान दुनिया भर में इस्लाम का प्रचार करेंगे और इस्लाम की सही जानकारी दुनिया को बताएंगे। असल में इमरान खान इस चैनल के जरिए इस्लामिक देशों को एक मंच पर लाना चाहते हैं और इसके जरिए अपनी रोटियां सेंकना चाहते हैं।
गौरतलब है कि सोमवार को इमरान खान न्यूयॉर्क में काउंसिल ऑफ फॉरेन रिलेशंस में पाकिस्तान आर्मी की करतूत भी कबूली थी। इमरान ने साफतौर पर कहा था कि सोवियत संघ में आतंकवाद फैलाने के लिए अलकायदा को पाकिस्तान आर्मी और खुफिया एजेंसी आईएसआई ने ट्रेनिंग दी थी।
Last Updated Sep 26, 2019, 10:24 AM IST