गौ-वंशों को लेकर पूरे देश में सभी राजनैतिक दल अपनी अपनी एजेंडे को चला रहे हैं. यूपी में आवारा गौ-वंश के लिए गौशाला बन रही हैं तो मध्य प्रदेश की नई कमलनाथ सरकार गायों के लिए गौशाला बनाने जा रही है. अब मध्य प्रदेश में गायों के लिए मुक्तिधाम बनाने की बात चल रही है. हालांकि इसे राज्य के भोपाल में नगर निगम बना रहा है. लेकिन भाजपा और कांग्रेस के बीच इसको लेकर राजनीति शुरू हो गयी है.

मध्य प्रदेश की राजधानी में गायों के अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम बनाया जाएगा. इसके लिए भोपाल नगर निगम ने इसके लिए प्रयास तेज कर दिए हैं. हालांकि इस प्रस्ताव पर काफी पहले से निगम प्रयास कर रहा था. लेकिन बजट न होने के कारण इसे रोक दिया गया. हालांकि इससे पहले राज्य की भाजपा सरकार ने आगर मालवा जिले में गौ अभयारण्य बनाया था. यह देश का पहला गौ अभयारण्य था. 

उधर भोपाल नगर निगम के महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि निगम इस दिशा में प्रयास कर रहा है और जल्द ही निगम की कार्यकारिणी में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलेगी. उनका कहना है कि गाय दूध देती है तो उसकी पूजा होती है, जब वह दूध देना बंद कर देती है तो वह आवारा कहलाने लगती है. उसकी उपेक्षा की जाती है और मरने पर उसे कहीं भी फेंक दिया जाता है. जब उसे माता का दर्जा देते हैं तो उसे चील, कौवे, गिद्ध के खाने के लिए नहीं छोड़ सकते हैं. इसलिए भोपाल नगर निगम गौ मुक्तिधाम बना रहा है.

 उनका कहना है गौ श्मशान केंद्र के निर्माण की चर्चा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के काल में ही शुरू हो गई थी. अब इसे आगे बढ़ाया जाएगा. राज्य में मवेशियों की संख्या करीब 2.27 करोड़ हैं, जिसमें 90 लाख दुधारू पशु हैं, जिसमें 54 लाख गायें हैं. उधर राज्य में कांग्रेस सरकार ने भाजपा के मुद्दों पर फोकस करना शुरू कर दिया है. कुछ दिन पहले राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अफसरों को फरमान सुनाया था कि उन्हें सड़कों पर गौमाता नहीं दिखनी चाहिए.

 इसके बाद राज्य में सभी जिलाधिकारियों ने गायों के लिए गौशाला बनाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी थीं. राज्य में चुनाव के दौरान कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरा राज्य में गायों के लिए गौशाला बनाने का वादा किया था. सीएम बनने के बाद कमलनाथ ने कहा था कि प्रदेश के हर जिले में गौशाला का निर्माण जल्द होना चाहिए. ये कांग्रेस का वचन पत्र का मामला ही नहीं है. ये मेरी भावना भी है.

 उन्होंने आगे कहा, मुझे गौमाता सड़क पर नहीं दिखनी चाहिए. असल में कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के लिए जारी अपने ‘‘वचन पत्र’ में कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने पर वह हर ग्राम पंचायत में गौशाला खोलेगी और इसके संचालन के लिए अनुदान देगी. प्रदेश में गौवध पर प्रतिबंध है, जिसके कारण राज्य में गौवंश की तादात काफी हो चुकी है.