लखनऊ। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद पर कई लड़कियों की जिंदगी तबाह करने का आरोप लगाने वाली एसएस लॉ कॉलेज की छात्रा अपने छात्रावास से लापता हो जाने के बाद उनके खिलाफ अपहरण और आपराधिक धमकी का मामला शाहजहांपुर में दर्ज किया गया है। ये रिपोर्ट लड़की के पिता की शिकायत पर लिखी गई है। फिलहाल अभी तक लड़की का कोई पता नहीं। हालांकि चिन्मयानंद पर पहली बार यौन शोषण के आरोप नहीं लग रहे हैं। इससे पहले उन पर 2011 में एक लड़की ने आरोप लगाए थे।

स्वामी चिन्मयानंद को राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करीबी माना जाता है। चिन्मयानंद के लॉ कॉलेज में पढने वाली छात्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह रो-रोकर आरोप लगा रही है कि संत समाज के एक बहुत बड़े नेता  ने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद की है और अब उसकी हत्या करना चाहते हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद लड़की अपने हास्टल से गायब है।

जिसके बाद लड़की के पिता ने पुलिस को दी तहरीर दी और जिसमें उन्होंने स्वामी चिन्मयानंद पर अपनी बेटी का शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है। स्वामी चिन्मयानंद केन्द्रीय सरकार में गृहराज्यमंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि स्वामी चिन्मयानंद के प्रवक्ता का कहना है कि सारे आरोप झूठे हैं और उन्हें बदमान करने की साजिश की जा रही हैं। हालांकि इस मामले में उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के आदेश पर लड़की के पिता की तरफ से दी गई शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है।

लड़की ने आरोप लगाया है कि स्वामी चिन्मयानंद, जो उनके कॉलेज के निदेशक हैं, उन्हें और उनके परिवार को खत्म करने की धमकी दे रहे हैं। इसके लिए लड़की ने वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मदद भी मांगी थी। लड़की ने 23 अगस्त को इस वीडियो को सोशल मीडिया में पोस्ट किया गया था और उसके बाद से ही वह गायब है। 

पहले ही लग चुके हैं गंभीर आरोप

स्वामी चिन्मयानंद हिंदू राजनीति के बड़े नेता माने जाते हैं। राम मंदिर आंदोलन के बड़े नेताओं में शुमार चिन्मयानंद पर इससे पहले भी यौन शोषण के आरोप लगे हैं। पिछले साल राज्य में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद 2011 में स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दर्ज दुष्कर्म और अपहरण का मुकदमा वापस लेने का फैसला किया था। जिसके बाद विरोधी दलों ने योगी सरकार पर कई आरोप लगाए थे। लिहाजा एक बार फिर आरोप लगने के बाद योगी सरकार भी कठघरे में खड़ी हो गई है।