नवोदित बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने उम्मीदों के अनुरूप अपने टेस्ट करियर का धमाकेदार अंदाज में आगाज किया है। वह टेस्ट शतक ठोकने वाले भारत के दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। यह रिकॉर्ड अब भी महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम है। सचिन ने 1990 में 17 साल 112 दिन की आयु में यह कारनामा किया था। भारत के 239वें टेस्ट क्रिकेटर बने शॉ ने 18 साल 329 दिन में शतक लगाया। उनके बाद तीसरे नंबर पर कपिल देव (20 साल 21 दिन) और चौथे नंबर पर अब्बास अली बेग (20 साल 131 दिन) हैं। 

शॉ ने 99 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। वह पहले टेस्ट में सबसे तेज शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की कतार में तीसरे पायदान पर आ गए है। डेब्यू टेस्ट में सबसे कम गेंदों पर शतक लगाने का रिकॉर्ड भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के नाम है। उन्होंने 2013 में मोहाली में 85 गेंदों में शतक के साथ अपने करियर का आगाज किया था। वहीं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वेस्टइंडीज के ड्वेन स्मिथ ने 2004 में अपने पहले मैच में 93 गेंदों पर शतक लगाया था। 

विश्व क्रिकेट में भी पृथ्वी शॉ ने कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जड़कर शॉ टेस्ट में सबसे क्रम उम्र में शतक जड़ने वाले चौथे खिलाड़ी बन चुके हैं। पहले स्थान पर बांग्लादेश के मोहम्मद अश्रफुल हैं, जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ शतक जड़ा था। उस वक्त उनकी उम्र 17 साल 61 दिन थी। दूसरे नंबर पर  जिम्बाव्वे के मसाकाजदा हैं, उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ हरारे में 17 साल 353 दिन की उम्र में शतक जड़ा था। तीसरे नंबर पर पाकिस्तान के सलीम मलिक हैं। 1982 में श्रीलंका के खिलाफ शतक जड़ा था। तब उनकी उम्र 18 साल 323 दिन थी। 

शॉ ने पहली ही गेंद से जबरदस्त आत्मविश्वास का परिचय दिया । उसने दूसरी ही गेंद सीमारेखा के पास भेजकर तीन रन लिए। तेज गेंदबाज शेनोन गैब्रियल ने 140 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी की लेकिन इसका शॉ पर कोई असर नहीं पड़ा । गैब्रियल ने उनके सलामी जोड़ीदार केएल राहुल को पगबाधा आउट करके वेस्टइंडीज को पहली सफलता दिलाई। शॉ ने दूसरे छोर से उसी आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी करते हुए रन बनाए। उन्होंने 56 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। 

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी पृथ्वी शॉ की पारी की तारीफ की है। उन्होंने सचिन ने पृथ्वी को बधाई देते हुए ट्विटर पर लिखा, 'पहली ही पारी में आपकी इस तरह की आक्रामक बल्लेबाजी देखकर काफी अच्छा लगा। इसी तरह बेखौफ अंदाज में बल्लेबाजी करते रहो।'