नई दिल्ली। देश की वैज्ञानिकों ने मिसाइल से क्षेत्र में एक और नया मुकाम बनाया है। देश ने 500 किलोमीटर तक मार करने वाली पृथ्वी-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस मौके पर डीआरडीओ और आइटीआर से जुड़े वरिष्ठ वैज्ञानिक और अधिकारी मौजूद रहे। ये परीक्षण रात में किया गया है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि जब पृथ्वी मिसाइल को रात्रि कालीन परीक्षण किया गया है। इसके पहले पृथ्वी मिसाइल का रात में सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है।

जानकारी के मुताबिक ओडिशा के बालासोर जिले के चांदीपुर स्थित अंतरिम परीक्षण परिसर आइटीआर से पृथ्वी-2 मिसाइल का शुक्रवार की रात को सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। हालांकि इससे पहले भी कई मिसाइल का परीक्षण सफलता पूर्वक कर चुके हैं। डीआरडीओ ने पृथ्वी-2 मिसाइल का परीक्षण चांदीपुर आइटीआर के लांचिंग कांप्लेक्स 3 से सफलतापूर्वक परीक्षण किया। ये पहली मिसाइल है जो इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत तैयार की गई है।

इस मिसाइल की खास बात ये है कि ये एक हजार किलोग्राम तक अस्त्र ले जाने की क्षमता रखने के साथ सतह से सतह पर 500 किलोमीटर दूर तक मार  कर सकती है। पिछले 30 दिनों के भीतर ही देश ने आठ नई और पुराने किस्म की मिसाइलों का सुबह और रात में सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इससे देश की ताकत बढ़ी है। वहीं विरोधियों के मन में खौफ है।

जानकारों का कहना है कि ये मिसाइल तरल और ठोस दोनों तरह के ईंधन से संचालित की जा सकती है औऱ ये परंपरागत और परमाणु दोनों तरह के हथियार ले जा सकती है। इस मिसाइल की लंबाई 8.56 मीटर लंबी 1.1 मीटर चौड़ी है साथ ही इसका वजन 4600 किलोग्राम है। ये मिसालइल483 सेकंड तक और 43.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकती है।