गाजियाबाद: यहां के हिंडन एयरबेस पर आज 4 अपाचे हेलीकॉप्टरों की पहली खेप उतरी। जिसे पंजाब के पठानकोट एयबेस भेजे जाने की योजना है। भारत ने बोइंग कंपनी से 22(बाइस) AH-64E अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर खरीदने का करार किया था। आगे बढ़कर हमला करने के मामले में इन हेलिकॉप्टरों को दुनिया में सबसे घातक माना जाता है। 

अपाचे हेलीकॉप्टर भारत में मौजूद रुस निर्मित एमआई-35 हेलीकॉप्टरों की जगह लेंगे। अपाचे हेलीकॉप्टर दुश्मन के गढ़ में घुसकर सटीक हमला करने के लिए विशेष तौर पर डिजाइन किए गए हैं। इन्हें आतंकियों के छिपने के स्थान पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। 

अमेरिकी सेना बहुत समय से अपाचे हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल कर रही है। लेकिन अब इजरायल, मिस्र और नीदरलैण्ड ने इसे अपने सैन्य बेड़े में शामिल किया है। अफगान युद्ध के समय अपाचे हेलीकॉप्टर अमेरिकी सेना के बहुत काम आए थे। 

अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर में दो जनरल इलेक्ट्रिक T700 टर्बोशैफ्ट इंजन हैं और आगे की तरफ एक सेंसर फिट है जिसकी वजह से यह रात के अंधेरे में भी उड़ान भर सकता है। यह 365 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है। अपनी तेज गति के कारण यह दुश्मन की टैंक रेजिमेन्ट के लिए बेहद घातक साबित होता है। यह अमेरिकी सेना के एडवांस अटैक प्रोग्राम का अहम हिस्सा है।