नई दिल्ली। भारतीय सेना को और मजबूत करने के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तीन रक्षा सेवाओं का नेतृत्व करने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का नया पद सृजित करने का ऐलान किया। इससे भारत की सेना और ज्यादा मजबूत होगी। अमेरिका में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होता है। जो तीनों सेनाओं का नेतृत्व करता है। सीडीएस के बन जाने के बाद तीन सेनाएं समन्वय के जरिए किसी भी मिलिट्री ऑपरेशन को आसानी से अंजाम दे सकेंगी।

लाल किले की प्रचार से आज प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना को और ज्यादा मजबूत करने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाप का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सैन्य व्यवस्था, सैन्य शक्ति और सैन्य संसाधन में सुधार पर लंबे अरसे से चर्चा चल रही है। अभी तक कई आयोगो की रिपोर्ट आ चुकी हैं लेकिन इस पर फैसला नहीं किया जा सका।

अब तीनों सेनाओं जल, थल, नभ के बीच समन्वय होगा और इसके लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का नया पद सृजित किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि हम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस की व्यवस्था करेंगे और इस पद के गठित हो जाने के बाद तीनों सेनाओं के शीर्ष स्तर एक प्रभावी नेतृत्व मिलेगा।

क्या होता है चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ

अभी तक अभी चीफ ऑफ स्टाफ का पद होता है और ये एक तरह की कमेटी होती है और इसमें सेना, नौसेना और वायुसेना प्रमुख रहते हैं। जो भी सबसे वरिष्ठ सदस्य होता है वह इसकी अध्यक्षता करता है। उसी आधार पर ये वरिष्ठतम सदस्य को रोटेशन के आधार पर रिटायरमेंट तक दिया जाता है। करगिल की लड़ाई के बाद एक हाई लेवल कमेटी ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त करने की सिफारिश की थी। इसके बाद 2012 में नरेश चंद्र टास्क फोर्स ने भी स्थायी चेयरमैन की सिफारिश की थी।