प्रीति ब्रिटेन में इस पद पर काबिज होने वाली भारतीय मूल की पहली महिला हैं। प्रीति भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बड़ी प्रशंसक है। लंदन मे जम्मी 47 वर्षीय प्रीति पटेल 2010 से एसेक्स में विथम से सांसद हैं। आमतौर पर ब्रिटेन में होने वाले भारतीयों के कार्यक्रमों में प्रीति बड़े उत्साह से हिस्सा लेती हैं। असल में प्रीति के टेरीजा के साथ मतभेद होने के कारण उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
ब्रिटेन में दो दिन पहले प्रधानमंत्री बने बोरिस जॉनसन ने भारतीय मूल की प्रीति पटेल को सबसे अहम माने जाने वाले गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रीति का इस पद नियुक्त होना भारत के लिए भी गौरव की बात है। वह पूर्व प्रधानमंत्री टेरीजा की बड़ी आलोचक मानी जाती हैं और वह टेरीजा के मंत्रीमंडल में भी रही, लेकिन उनसे मतभेद के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। प्रीति ब्रिटेन की संसद में भारतीय की आवाज को मुखर तौर पर उठाती हैं।
प्रीति ब्रिटेन में इस पद पर काबिज होने वाली भारतीय मूल की पहली महिला हैं। प्रीति भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बड़ी प्रशंसक है। लंदन मे जम्मी 47 वर्षीय प्रीति पटेल 2010 से एसेक्स में विथम से सांसद हैं। आमतौर पर ब्रिटेन में होने वाले भारतीयों के कार्यक्रमों में प्रीति बड़े उत्साह से हिस्सा लेती हैं।
असल में प्रीति के टेरीजा के साथ मतभेद होने के कारण उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वह टेरीजा सरकार में अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री थी। लेकिन इजराइल के अफसरों के साथ नवंबर 2017 में हुई एक बैठक के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। क्योंकि उन पर आरोप लगाया गया था कि इन गुप्त बैठकों को लेकर उन्होंने राजनयिक प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब नवंबर 2015 में लंदन यात्रा में गए थे तो उनकी आगवानी के लिए कैमरन सरकार ने इसकी जिम्मेदारी प्रीति को ही दी थी। प्रीति को मार्गरेट थैचर का प्रशंसक माना जाता है। वह ब्रिटेन की संसद में भारतीय की आवाज को उठाती रहती हैं।
वह 2015 और 2017 में दोबारा विथम से सांसद चुनी गई थी। हालांकि उनकी काबिलियत को देखते हुए ब्रिटेन की कैमरन सरकार ने उन्हें रोजगार राज्य मंत्री नियुक्त किया था। कैमरन सरकार जाने के बाद प्रीति ने टेरिजा को अपना समर्थन दिया था और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय विकास मंत्री बनाया गया।
कौन है प्रीति पटेल
47 साल की प्रीति पटेल लंदन में जन्मी हैं और गुजराती मूल की हैं। उन्हें भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी का कट्टर समर्थक माना जाता है। पहली बार वह 2010 में एसेक्स में विथम के लिए कंजर्वेटिव सांसद के रूप में चुनी गयी थी और 2014 में उन्हें जूनियर मिनिस्टरियल पोस्ट दी गयी थी।
जिसमें उन्हें राजस्व मंत्री नियुक्त किया गया था और 2015 में उन्हें रोजगार मंत्री की कमान सौंपी गयी थी। इसके बाद उन्हें अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री के तौर पर नियुक्त किया गया। लेकिन पीएम टेरीजा से मतभेद के उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद अब उन्हे नई सरकार ने देश का गृहमंत्री नियुक्त किया है।
Last Updated Jul 25, 2019, 9:41 AM IST