नई दिल्ली। भारतीय सुरक्षा बलों ने दो दिन पहले ही जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक स्वयंभू कमांडर फयाज पंजू को एक मुठभेड़ में मार गिराया है। पंजू के साथ ही उसके एक अन्य साथी को सुरक्षा बलों ने खत्म कर दिया।

फयाज पंजू पुलवामा आतंकी हमले का साजिशकर्ता होने के साथ साथ अनंतनाग में सीआरपीएफ कर्मियों पर हुए हमले में भी शामिल था। जिसमें एसएचओ अरशद खान घायल हो गए थे और बाद में उनकी मौत हो गयी थी। उससे एक दिन पहले भी एक अन्य आंतकी कमांडर को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था।

वहीं पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड गाजी को सुरक्षा बलों महज पांच दिनों में खोज निकाला था और उसका खात्मा कर दिया था। इससे साफ होता है कि भारतीय सुरक्षा बल इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के नक्शेकदम पर चल कर आतंकियों का सफाया कर रहे हैं।

अगर भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा घाटी में चलाए जा रहे पिछले कुछ ऑपरेशनों को देखें तो भारतीय सुरक्षा बल इजराइल की खूफिया एजेंसी मोसाद की तरह ही काम कर रहे हैं। वह हमला करने वाले आतंकी गुटों की पहचान कर उनका खात्मा कर रहे हैे।

फयाज पंजू भी कश्मीर में जैश का स्वयंभू कमांडर था और उसने घाटी में कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया था। इसमें सबसे बड़ा पुलवामा हमला और अंनतनाग में सीआरपीएफ कैंप पर हमला था। जिसमें एसएचओ अरशद खान बाद में शहीद हो गए थे।

दो दिन पहले ही सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में जैश का शीर्ष आतंकवादी मुन्ना लाहौरी को मार गिराया था। उसके साथ ही उसका एक और साथी भी मुठभेड़ में ढेर हुआ था। सुरक्षा बलों ने लाहौरी को शोपियां जिले के बोना बाजार इलाके में ढेर किया था।

वहीं सुरक्षा बलों ने पुलवामा आतंकी हमले का मास्टरमाइंड अब्दुल रशीद गाजी उर्फ कामरान को पुलवामा हमले के महज पांच दिन में खोज कर मार गिराया था। सुरक्षा बलों ने आधी रात में ही आतंकवादियों को घेर लिया था।

सुरक्षाबलों ने पुलवामा के पिंगलिना इलाके में 11 घंटे से ज्यादा चली मुठभेड़ में गाजी समेत दो आतंकियों को मार गिराया था। गाजी जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर था और वह आईईडी  के जरिए धमाके करने का एक्सपर्ट माना जाता था। पिछले एक हफ्ते के दौरान ही चार एनकाउंटरों में घाटी में भारतीय सुरक्षा बलों ने आठ आतंकियों को मार गिराया है। 

क्या है ये डोवल की रणनीति का हिस्सा

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल एक पूर्व आईपीएस अफसर होने के साथ साथ भारतीय खुफिया एजेंसी के लिए भी कार्य कर चुके हैं। वह पाकिस्तान में एजेंट बनकर कई साल तक रहे। डोवल ने कई खुफिया मिशन को सफलता के साथ अंजाम दिया है।

लेकिन डोवल के पिछले हफ्ते घाटी दौरे के बाद राज्य में एनकाउंटर तेज हो गए हैं और इसमें आतंकियों के टॉप कमांडरों का मारा गया है। क्या डोवल की रणनीति भी यही हैं। क्योंकि एक खुफिया एजेंट होने के नाते डोवल दुश्मनों को कैसे खत्म किया जाता ये बेहतर समझते हैं। डोवल के इजराइल के साथ भी अच्छे संबंध हैं।

क्या है मोसाद 

इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद को दुनिया की सबसे खूंखार खुफिया एजेंसी माना जाता है। मोसाद जिस अभियान को अपने हाथ मे लेती है, उसे खत्मकर ही दम लेती है। एक तरह से मोसाद को इजराइल की किलिंग मशीन कहा जाता है। मोसाद के एजेंट जेम्स बांड की तरह काम करते हैं। वह किसी को नहीं छोड़ते हैं और भले ही दुश्मन कितना ही खतरनाक न हो।