नेशनल डेस्क बच्चों से भीख मंगवाना एक प्रोफेशन बन गया है बड़े-बड़े गिरोह बच्चों का अपहरण करके उनसे भीख मंगवाते हैं लेकिन इंदौर से एक हैरान करने वाला मामला आया है जहां एक महिला को अपने बच्चों से भीख मंगवाने के लिए मजबूर करने के आरोप में हिरासत में लिया गया।  हद तो तब हो गई जब महिला ने बताया कि उसने 6 हफ्तों के अंदर ढाई लाख रुपए कमाए हैं। 

बच्चों से भीख मंगवाती थी इंद्रा बाई

दरअसल, ये पूरा मामला इंदौर का है। जहा इंद्रा बाई नाम की महिला पर अपने 5 बच्चों से भीख मंगवाने का आरोप है। यहां तक उसने बच्चों से भीख मंगवा-मंगवाकर दो मंजिला मकान खड़ा कर दिया। उसके पास 20 हजार का स्मॉर्टफोन भी है। वहीं घर में मोटरसाइकिल से लेकर हर बुनियादी सुविधा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इंद्रा पहले भी ऐसा करती हुई पकड़ी जा चुकी है। उसे सोमवार को रिमांड पर लेकर जेल भेज दिया। उसके बच्चों की उम्र 10,8,7,3 और 2 साल है। वहीं बताया जा रहा है वह बच्चों को इंदौर के लवकुश चौहरे पर बिठाती हथी। जो रोड उज्जैन के लिए जाती है। 

भीख मांगकर लाखों कमाती थी इंद्रा

इंद्रा कई सालों से बच्चों से भीख मंगवा रही थी लेकिन 9 फरवरी को 7 साल की बेटी के साथ उसे पकड़ लिया गया लेकिन उसका पति और दो बच्चे मौके से भाग निकले। इंद्रा के पास 20 हजार रुपए और बेटी के पास 600 रुपए मिले। इंद्रा ने बताया क 45 दिनों में उसने 2.5 लाख रुपए कमाए हैं। ये सुनकर पुलिसवाले भी हैरान रह गए। कहा कि जब से महाकाल लोक बना है तबसे उसकी आमदनी बढ़ गई है। श्रद्धालुओं की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है तो भीख मांगना आसान हो गया है। 

'चोरी करने से अच्छा भीख मांगना'

जानकारी के अनुसार,इंदौर नगर निगम के साथ NGO संस्था प्रवेश भिखारियों को बसाने की मुहिम चला रहा है। 9 फरवरी को जब एनजीओ के लोगों ने इंद्रा पकड़ा तो वह उनसे उलझ गई और बहस करने लगी। यहां तक कहने लगी "चोरी करने से अच्छा है कि भांग मांग कर खा रहें हैं" NGO इंद्रा की एक ना सुनी और उसकी 7 साल की बेटी को पुलिस के हवाले कर दिया। जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। 


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