पाकिस्तान के पड़ोसी देश अफगानिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् यानी यूनाईटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल(UNSC) में जाकर उसकी शिकायत की है। वहीं ईरान ने अपने यहां तैनात पाकिस्तानी राजदूत को बुलाकर उसे नोटिस दिया है। 

अफगानिस्तान की मौजूदा सरकार की शिकायत है कि पाकिस्तान उसके देश में अशांति फैलाने के लिए तालिबान की मदद कर रहा है। इससे नाराज होकर अफगानिस्तान सरकार ने यूनाईटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल(UNSC) में जाकर पाकिस्तान की शिकायत दर्ज कराई है। 

अफगान विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता सिबगतुल्‍लाह अहमदी ने ट्वीटर पर एक बयान जारी करके कहा है कि 'पाकिस्‍तान का ये प्रयास न सिर्फ शांति प्रक्रिया में बाधा डालने वाला है बल्‍क‍ि अफगानिस्‍तान अखंडता को भी भंग करने वाला है'। 

उधर ईरान ने भी पाकिस्तान पर दबाव बढ़ दिया है।  उसने आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्‍तान के राजदूत को नोटिस जारी किया है। क्योंकि ईरान के इलाके दक्षिण पूर्वी सिस्‍तान और बलूचिस्‍तान में हुए आतंकी हमले में 27 रिवोल्‍यूशनरी गार्ड्स की मौत हो गई थी। इस आतंकी हमले की जिम्‍मेदारी पाकिस्‍तान के एक आतंकी संगठन जैश उल अदल ने ली है।  ईरान के राष्‍ट्रपति हसन रुहानी ने साफ कहा है कि ईरान अपने सैनिकों के खून का बदला लेकर रहेगा। 

भारत ने भी अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर पाकिस्‍तान को अकेला करने की कोशिशें काफी तेज कर दी हैं। भारत के दौरे पर आए अर्जेंटीना की राष्‍ट्रपत‍ि मुर्सियो मैक्री को भी पाकिस्‍तान की हरकतों के बारे में जानकारी दी गई है। 

यह भारत की कूटनीति का ही असर है कि सउदी अरब के प्र‍िंस मोहम्‍मद बि‍न सलमान ने पाक‍िस्‍तान के अपने दौरे को छोटा कर दिया है। वह कल भारत भी आ रहे  हैं। 

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