अलीगढ़: मासूम ट्विंकल की हत्या के बाद से पूरे इलाके में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि इस मामले में मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है। लेकिन लोगों की नाराजगी थम नहीं रही है। 

लोगों के जत्थे सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह लोग आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। जिसकी वजह से पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट पर है। प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। 

इस मुद्दे पर लगातार सोशल मीडिया पर कैंपेन चल रहा है। जिसकी वजह से लोगों का गुस्सा और भड़क रहा है। सांप्रदायिक तनाव फैलने के डर से प्रशासन ने इंटनेट सेवा पर रोक बढ़ा दी है। पूरे जिले में कल यानी 9 जून की शाम से ही इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। यह प्रतिबंध आज रात 12 बजे तक जारी रहेगा। 

इस दौरान सभी मोबाइल और लीज लाइनें बंद रखी गई हैं। इंटरनेट सेवा प्रदान करने वाली सभी कंपनियों को इस बारे में सूचित कर दिया गया है। दरअसल प्रशासन के संज्ञान में यह बात आई थी कि इंटरनेट के जरिए दूसरे संप्रदाय के खिलाफ हिंसक प्रचार किया जा रहा था। इससे दंगा भड़कने का खतरा था। इंटरनेट इसलिए बंद रखी गई है क्योंकि सोशल मीडिया किसी तरह की अफवाह ना फैलाई जा सके। 

बच्ची की हत्या के विरोध में टप्पल में बाजार बंद रखे गए और जेवर में लोगों ने प्रदर्शन किया। कई इलाकों में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवान फ्लैग मार्च कर रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद लोगों का प्रदर्शन थम नहीं रहा है। नाराज लोगों ने यमुना एक्सप्रेस वे को भी बहुत देर तक जाम लगाकर बंद रखा। 

राज्य सरकार लगातार मामला संभालने की कोशिश कर रही है। इसी कवायद के तहत टप्पल के सर्किल ऑफिसर पंकज श्रीवास्तव को हटाकर नए सीओ संजीव कुमार दीक्षित को तैनात किया गया है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस अधिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर समीक्षा बैठक की। 

लेकिन बच्ची की हत्या से नाराज लोग पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। टप्पल में निर्मम हत्याकांड में मृतक बच्ची और उसके परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए रविवार विशाल प्रदर्शन का ऐलान किया गया था। लेकिन बाद में पुलिस के दबाव में यह प्रदर्शन रद्द कर दिया गया। 

इसके बावजूद रविवार को कुछ भगवा संगठनों के कार्यकर्ता घटना के विरोध में सड़कों पर उतर आए। हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची भी टप्पल की ओर जा रही थीं। लेकिन उन्हें पुलिस ने जेवर टोल प्लाजा पर ही रोक दिया।

कल पूरे अलीगढ़ में दिन भर कई जगहों पर  पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच नोक झोंक की खबरें आईं। इसके चलते प्रशासन अतिरिक्त सावधानी बरत रहा है। पुलिस ने पीड़ित परिवार और आरोपित के घर से 200 मीटर पहले ही बैरीकेडिंग कर दी है।

पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपियों जाहिद और असलम के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन दोनों को चार जून को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद जाहिद की पत्नी शगुफ्ता (32) और भाई मेहंदी हसन को आठ जून को गिरफ्तार किया गया। 

आरोपियों पर पुलिस ने रासुका और पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।