मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में फंसे रॉबर्ट वाड्रा और उनके करीबी मनोज अरोड़ा आज दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट पहुंचे। जहां ईडी ने वाड्रा के उपर आरोपों की झड़ी लगा दी। 
प्रवर्तन निदेशालय के वकील ने आरोप लगाया कि रॉबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगी मनोज अरोड़ा जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।

ईडी की ओर से यह भी आरोप लगाया गया कि वाड्रा फेसबुक पर लिख रहे हैं कि प्रवर्तन निदेशालय उनका हैरेसमेन्ट(परेशान) कर रही है। क्या वाड्रा से सवाल पूछना हैरेसमेन्ट है।

कुछ इस तरह सोशल मीडिया पर सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रहे हैं रॉबर्ट वाड्रा 
लेकिन वाड्रा के वकील केटीएस तुलसी ने ईडी के आरोपों का विरोध किया। उन्होंने कहा कि ईडी ने 6, 7 और 8 फरवरी को वाड्रा से पूछताछ की है। यह आरोप गलत है कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। 

रॉबर्ट वाड्रा ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह झूठा मुकदमा है। यह पूरी राजनीतिक चाल है। मुझे शिकार बनाया जा रहा है। मैं कानून को मानने वाला इंसान हूं और कानून की पूरी इज्जत करता हूं।

 प्रवर्तन निदेशालय के वकील ने यह भी कहा कि वाड्रा बारात लेकर आते है। हालांकि बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि बारात शब्द का प्रयोग उन्होंने मीडिया के लिए किया था। 
हालांकि अदालत ने वाड्रा की अंतिरिम जमानत की अवधि 2 मार्च तक बढ़ा दी है। 

प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत में बताया कि उन्हें वाड्रा से अभी दो या तीन बार और पूछताछ करनी है। इसलिए उन्हें और समय दिया जाए। 

जिसके बाद कोर्ट ने ईडी से पूछा कि कितने दिनों का और वक़्त लगेगा। जिसपर ईडी ने 5 या 6 दिन की मांग की। जिसके बाद अदालत ने पूछताछ के लिए रॉबर्ट वाड्रा की जमानत तक यानी 2 मार्च तक का समय दे दिया।

अनुमान लगाया जा रहा है कि जमानत अवधि खत्म होने के बाद वाड्रा को हिरासत में लिया जा सकता है। यही वजह है कि ईडी वाड्रा पर जांच में सहयोग न करने का आरोप लगा रही है। 

बतादें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ही वाड्रा के करीबी मनोज अरोड़ा की अंतिरिम जमानत पर सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट को बताया था कि आयकर विभाग की एक अन्य जांच में मनोज अरोड़ा के नाम सामने आने के बाद उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है। 

ईडी ने कोर्ट को यह भी बताया था कि लंदन में रॉबर्ट वाड्रा द्वारा खरीदी गई संपत्ति में मनोज अरोड़ा की अहम भूमिका है और उन्होंने इस संपत्ति को खरीदने में वाड्रा की मदद की है। 

ईडी के मुताबिक लंदन में वाड्रा की करीब 1.9 मिलियन ब्रिटिश पाउंड की संपत्ति खरीदने के लिए दुबई से पैसे का इंतजाम किया गया था। लंदन की यह संपत्ति 12, ब्रायनस्टोन स्क्वायर में स्थित है। 

इस संपत्ति को विवादित आर्म्स डीलर संजय भंडारी ने 1.9 मिलियन ब्रिटिश पाउंड में खरीदा था और 2010 उसे में 1.9 मिलियन ब्रिटिश पाउंड में बेच दिया। जबकि भंडारी 65,900 ब्रिटिश पाउंड इसके रेनोवेशन पर खर्च कर चुका है। 

ईडी ने मुताबिक इसका साफ मतलब है कि उस संपत्ति का असली मालिक भंडारी नहीं था बल्कि रेनोवेशन का खर्च वाड्रा ने वहन किया था।