मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में बड़े  सियासी परिवार पवार परिवार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। क्योंकि राज्य के दिग्गज नेता शरद पवार के भतीजे और राज्य  के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार विरोधियों के सुर में सुर मिला रहे हैं। पार्थ पवार ने पिछले दिनों अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास पर खुशी जाहिर की थी। वहीं अब सुशांत सिंह राजपूत मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए  जयमेव जयते कहा है।

गौरतलब है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को जांच के आदेश दे दिए। जबकि राज्य की महाराष्ट्र सरकार इसके खिलाफ है। वहीं कोर्ट का फैसला आने के बाद सुशांत का परिवार और उनके प्रशंसकों ने संतोष जाहिर किया है। वहीं इस मामले को सीबीआई को स्थानांतरित करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर राकांपा प्रमुख शरद पवार के पोते और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार ने भी 'सत्यमेव जयते' कहा। जबकि इसे महाराष्ट्र सरकार की बड़ी  हार माना जा रहा है। असल में महाराष्ट्र सरकार इस मामले की जांच  महाराष्ट्र पुलिस से ही कराने के पक्ष में थी। लेकिन सोशल मीडिया  और बिहार सरकार के सीबीआई से इस मामले की जांच कराने के फैसले के बाद महाराष्ट्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में गई थी।

वही इस मामले में शरद पवार के पोते और अजित पवार के बेटे पार्थ पवार का ये ट्विट काफी अहम माना जा रहा है। कुछ दिन पहले ही पार्थ  पवार ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी, जिसके बाद उनके दादा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने पार्थ पवार को सार्वजनिक फटकार लगाई थी और उनके बयान को अपरिपक्व बताया था। हालांकि पिछले दिनों राममंदिर को लेकर भी पार्टी ने विरोध जताया था और वह पार्टी पीएम मोदी के वहां जाने के पक्ष  में नहीं थी।  जबकि पार्थ पवार ने मंदिर के शिलान्यास के लिए देशवासियों को बधाई दी थी। वहीं उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद पार्थ ने ट्वीट कर  ‘सत्यमेव जयते’ लिखा और इसका अर्थ 'सच्चाई की जीत'।