नेशनल डेस्क। 7 अक्टूबर का दिन इजरायल कभी नहीं भूलेगा। इजरायल के आम नागरिकों के साथ हमास की बर्बरता को दुनिया याद रखेगी। किस तरह महिलाओं का अपहरण किया गया। 40 बच्चों के सिर काट दिए गए। सोशल मीडिया पर हमास की निर्दयता के कई किस्से वायरल हैं। इन्हीं में से एक किस्सा है,भारत के केरल राज्य की रहने वाली सबिता का। जिन्होंने एक इजरायली परिवार को बचाने के लिए जान दांव पर लगा दी। ये वीडियो इंडिया के इजयारली दूतावास से शेयर किया गया है।

जान पर खेल बचाई इजरायली परिवार की जान

वीडियो में  सबिता बतातीव हैं, वह इजरायल में एक परिवार के घर केयर टेकर के तौर पर काम कर रही हैं। उनकी नाइट शिफ्ट थी। वह बस घर जाने की तैयारी कर रही थी। सुबह 6.30 बजे उन्होंने सायरन की आवाज सुनी और सेफ रूम की तरफ आगे। अचानक घर में मौजूद लोगों ने बताया कि चीजें हाथ से निकल रही हैं। हमने जल्द सी घर के आगे और पीछे के दरवाजे बंद किए। इसी बीच मैंने हमास आतंकियों को घर के अंदर घुसते देखा। वह गोलीबारी कर रहे थे और घर के शीशे तोड़ रहे थे। हम जिस कमरे में थे। आतंकियों ने उसे तोड़ने की कोशिश की लेकिन हम दरवाजे को आधे घंटे तक पकड़ रहे गए। थोड़ी देर बाद गोलीबार रूक गई लेकिन दोपहर 1 बजे के आस पास उन्होंने फिर से गोली चलाना शुरू कर दिया। हमने हार नहीं मानी और दरवाजे को पकड़े रहे। 

 

 

इजरायली सेना ने बचाई जान

सबिता आगे बताती है,सभी को बचाने के लिए इजरायल की सेना आई थी। वह जब ये देखने के लिए बाहर आए तो सबकुछ तहस-नहस हो चुका था। हमने कभी आतंकी हमले की कल्पना नहीं की थी, हमेशा की तरह मिसाइल हमला होने पर हम सेफ हाउस में छिप जाते थे लेकिन उस दिन हमारे पास कुछ सोचने का समय नतीं था। बता दें, इजरायल-हमास युद्ध को 12 दिन हो गए हैं। अभी तक इस हमले में 4 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। फिलीस्तीन से जान बचाकर भागे ज्यादातर लोगों ने अस्पतालों में शरण ले रखी हैं। बीती रात गाजा का लाइफलाइन कहे जाने वाले अहली अरब सिटी हॉस्पिटल पर हमला हुआ। जिसमें 500 लोगों की मौत हो गई। हमले का आरोप हमास ने इजरायल पर लगाया है। वहीं  इजरायल ने हमले को हमास का मिसफायर बताया है। 

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