अमरावती। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने अपने मंत्रियों को चेतावनी दी गई है कि अगर राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों में पार्टी को हार मिली तो मंत्रियों को उनके पद से हटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले के प्रभारी मंत्रियों की जिम्मेदारी होगी कि वह अपने जिले में पार्टी को स्थानीय निकाय के चुनाव जिताएं। रेड्डी ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों से पहले शराब और अवैध धन पर रोक लगाने की भी जिम्मेदारी मंत्रियों की होगी।

राज्य के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मंत्रियों और प्रभारी मंत्रियों से कहा कि निकाय चुनाव में अगर उन्हें बहुमत नहीं मिलता है तो मंत्रियों को राज्य कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।  लिहाजा वह निकाय चुनाव के लिए पूरी तरह तैयारी करें और पार्टी को जीत दिलाएं। लिहाजा सीएम की इस चेतावनी के बाद मंत्रियों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। रेड्डी ने  कहा कि अगर मंत्रियों के जिलों में पार्टी का खराब प्रदर्शन होता है तो उन्हें अगले चुनाव में पार्टी का टिकट नहीं दिया जाएगा।

जगन मोहन रेड्डी ने राज्य में निकाय चुनाव जीतने के लिए सभी मंत्रियों को जिलों की जिम्मेदारी सौंपी है। गौरतलब है कि रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस पिछले साल राज्य में भारी बहुमत के बाद सत्ता में आई है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी ने काफी सक्रिय हैं  और राज्य सरकार के खिलाफ स्थानीय स्तर पर मुहिए चलाए हैं। लिहाजा माना जा रहा कि टीडीपी निकाय चुनाव में वाईएसआर को कड़ी टक्कर देगी।

लिहाजा रेड्डी ने चुनाव जीतने के लिए राज्य के मंत्रियों और प्रभारी मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी है। असल में राज्य के स्थानीय निकाय चुनावों में शराब और नकदी का काफी इस्तेमाल होता है। लिहाजा रेड्डी  ने मंत्रियों ने  इस पर अंकुश लगाने का आदेश दिया है। माना जा रहा कि राज्य में आगामी 10 मार्च तक आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।