जयपुर।  राजस्थान में अब कोरोना वॉरियर्स की मौत पर उनके परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।  राज्य सरकार के मुताबिक चाहें कर्मचारी सरकारी कर्मचारी हो या संविदा पर हो, तो उनके परिवार को मौत पर 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही राज्य सरकार ने कहा कि जो लोग सार्वजनिक स्थानों पर थूकते हुए पाए जाएंगे उन्हें जेल की सजा मिलेगी।

राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने फैसला किया है कि अगर राज्य में किसी भी कोरोना वारियर्स की मौत हुई तो उसके परिजन को पचास लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। भले ही वारियर सरकारी हो या फिर संविदा पर। सरकार का कहना है कि राज्य में कोरोना का कहर जारी है और अगर इस बीमारी से किसी भी कर्मचारी की मौत हुई तो उसके परिजनों को राज्य सरकार मुआवजा देगी।  राज्य सरकार ने उसके परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला किया है।

राज्य में कोरोना के कहर के बीच डोर-टू-डोर सर्वे जारी है। वहीं राजस्थान सरकार ने सार्वजिनक स्थानों पर थूकने वालों को जेल भेजने का फैसला किया है। राज्य सरकार ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति पब्लिक प्लेस में थूकते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। राज्य सरकार सार्वजिनक स्थानों पर थूकने वाले व्यक्ति को धारा 188 के तहत गिरफ्तार कर सकती है। वहीं उस पर 200 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा। 

राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण के 561 मामले सामने आ चुके हैं।  जिसमें सबसे ज्यादा मामला जयपुर में चिन्हित किए गए हैं। जयपुर में 221 कोरोना संक्रमित सामने आए हैं। कोरोना संक्रमितों की संख्या के मामले में राजस्थान चौथे स्थान पर है। वहीं देश में संक्रमितों की संख्या 7447 तक पहुंच गई है। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 1035 नए मामले सामने आए हैं और 40 लोगों की मौत हुई है।