तीन दिन की छुट्टी से आज लौटे विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने सभी विधायकों के इस्तीफों को नामंजूर कर दिया है। जिसके बाद कुमारस्वामी सरकार पर फिलहाल कुछ समय के लिए संकट के बादल छट गए हैं। अब अगला कदम बागी विधायकों का होगा।
कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार पर फिलहाल संकट टल गया है। हालांकि इसकी उम्मीद पहले से की जा रही थी कि विधानसभा अध्यक्ष अपने अधिकारों का प्रयोग कर राज्य सरकार को फिलहाल बचा लेंगे। लिहाजा आज विधानसभा अध्यक्ष ने बागी विधायकों के इस्तीफों को नामंजूर कर दिया। उधर सरकार बचाने के लिए कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं की लगातार बैठकें जारी हैं। हालांकि अभी तक बागी विधायक गोवा में ही हैं।
तीन दिन की छुट्टी से आज लौटे विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने सभी विधायकों के इस्तीफों को नामंजूर कर दिया है। जिसके बाद कुमारस्वामी सरकार पर फिलहाल कुछ समय के लिए संकट के बादल छट गए हैं। अब अगला कदम बागी विधायकों का होगा।
फिलहाल कांग्रेस और जेडीएस की सरकार बचाने के लिए कांग्रेस और जेडीएस के बीच लगातार बैठकें हो रही हैं। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को थोड़ी राहत देने वाली खबर सामने आई है। क्योंकि उन्होंने सभी बागी विधायकों के इस्तीफे को लेने से नामंजूर कर दिया है।
उन्होंने कहा कि विधायकों के इस्तीफे का कारण स्पष्ट नहीं है। यह विधानसभा अध्यक्ष का विशेषाधिकार होता कि वह विधायकों के इस्तीफे को कब मंजूर करे। शनिवार को ही बागी विधायकों ने इस्तीफा देने के बाद राज्यपाल से मुलाकात की थी। लिहाजा इस बारे में बागी विधायक राजभवन से भी संपर्क कर सकते हैं।
ये विधानसभा का गणित
राज्य में 225 सदस्यीय विधानसभा है। इसमें कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन के पास 118 विधायकों का समर्थन है। अभी तक 14 विधायकों ने इस्तीफा दिया है जबकि दो विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस लिया है। सरकार बनाने के लिए 113 विधायकों का बहुमत चाहिए। जबकि विधानसभा में कांग्रेस के 78, जद (एस) के 37 और बीएसपी एवं कर्नाटक प्रज्ञंयवंता जनता पार्टी (केपीजेपी) के एक-एक और एक निर्दलीय विधायक शामिल है। जबकि बीजेपी के पास 105 विधायक हैं।
Last Updated 9, Jul 2019, 1:07 PM IST