बाड़मेर।  खबर राजस्थान के बाड़मेर जिले से है। भाई और बहन स्कूल से लौटे। माता पिता खेत पर थे। मां के आने से पहले बहन भाई खेलने लगे और उसके बाद दोनो के शव ही मिले। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। तीन भाई बहन में से दो एक ही पल में दुनिया छोड़ चले गए। घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। फिलहाल पुलिस इसे हादसा मान रही है। बड़ी बात ये है कि परिवार ने इस बारे में पुलिस को सूचना नहीं दी, लेकिन डॉक्टर्स और सोशल मीडिया के ज़रिये पुलिस को इसका पता लगा।

दरअसल बाडमेर जिले के गडरारोड थाना इलाके में स्थित पनेला गांव का यह पूरा मामला है। गांव में रहने वाले चौखराम के दो बच्चे मोनिका और रविन्द्र कल सवेरे स्कूल गए थे। तीसरा बच्चा कल स्कूल नहीं गया था वह माता पिता के साथ खेत पर काम करने के लिए चला गया था। दोपहर बाद मोनिका और रविन्द्र दोनो स्कूल से लौटे और बैग वहीं रखकर खेलने लगे।

खेल खेल में हो गयी मासूमों ​​​​​​ की मौत 
पुलिस का मानना है कि संभव है कि छुपम छुपाई खेलने के दौरान दोनो घर में तीन दिन पहले ही लाए गए एक बड़े बक्से के अंदर छुप गए। इस दौरान बक्से का ढक्कन बंद हो गया और बाहर से कुंदी लग गई। बच्चों ने बाहर निकलने की कोशिश की। चीखे, चिल्लाए लेकिन घर में कोई नहीं था। आसपास के मकानों तक आवाज नहीं पहुंची। शाम करीब सात बजे के आसपास जब चौखाराम, उसकी पत्नी और बेटा खेतों से वापस लौटे तो दोनो बच्चों को तलाशा। काफी तलाश करने के बाद जब बक्सा खोलकर देखा तो दोनो अचेत पड़े थे। अस्पताल ले गए तो पता चला कि दो घंटे पहले ही दोनो की मौत् हो चुकी है। पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है। दोनो के शव सरकारी अस्पताल के मोर्चरी में रखवाए गए हैं। आज दोनो का अंतिम संस्कार किया जाना है। चौखराम ने पुलिस को बताया कि बड़ा बक्साा दो तीन दिन पहले ही नया खरीदा गया था। क्या पता था यही बक्सा बच्चों की कब्र बन जाएगा।
घटना बाड़मेर जिले के गडरारोड थाना इलाके मेघवालों की बस्ती पनेला गांव शुक्रवार शाम की है। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों मासूम करीब 3 घंटे तक बक्से के अंदर फंस गए और तड़प.तड़प कर दम तोड़ दिया। परिजनों ने पुलिस को सूचना नहीं दी।

ये भी पढ़ें 

लोगों का कुत्ता टहलाया, होटल में बर्तन मांजा, टेम्पो चलाया,  फिर बन गए IPS Officer ...