ओडिशा के नीलगिरि में गरीब परिवार में जन्में 65 साल के प्रताप चंद्र सारंगी ने शादी नहीं की। समाज को ही अपना परिवार मानने वाले सारंगी आध्यात्म से जुड़े हुए हैं। उन्होंने नीलगिरि के फकीर कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। हालांकि लोकसभा का सदस्य बनने से पहले 2004 और 2009 में नीलगिरि से विधायक भी रहे।
ओडिशा के मोदी के तौर पर मशहूर केन्द्रीय राज्यमंत्री प्रताप सारंगी अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। वह बीजेपी के टिकट पर ओडिशा से लोकसभा चुनाव जीत कर सदन में पहुंचे हैं। सोशल मीडिया में प्रताप सारंगी को ओडिशा का मोदी नाम से ही जाना जाता है।
इस बार ओडिशा में बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की है। सारंगी साइकिल से चलते हैं और किसी को भी जब जरूरत होती है वह उसकी मदद करने के लिए सबसे आगे रहते हैं।
ओडिशा के नीलगिरि में गरीब परिवार में जन्में 65 साल के प्रताप चंद्र सारंगी ने शादी नहीं की। समाज को ही अपना परिवार मानने वाले सारंगी आध्यात्म से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने नीलगिरि के फकीर कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। हालांकि लोकसभा का सदस्य बनने से पहले 2004 और 2009 में नीलगिरि से विधायक भी रहे।
हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में वह बीजेडी के रबींद्र जेना से हार गए। लेकिन इस बार उन्हें पार्टी ने फिर टिकट दिया और वह जीतने में कामयाब रहे।
इस बार लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेडी के करोड़पति उम्मीदवार रबींद्र जेना को करीब 13 हजार वोटों से हराया।
वह पीएम मोदी की तरह सादा जीवन पसंद करते हैं और मोदी के तरह बचपन से आध्यात्मिक थे। जिस तरह से पीएम मोदी भी साधु बनना चाहते हैं सारंगी भी साधु बनने के लिए कई बार रामकृष्ण मठ भी गए।
लेकिन मठ ने उन्हें शिक्षा देने से मना कर दिया। क्योंकि उनकी माता जिंदा थी और मठ ने उनसे अपनी मां की सेवा करने को कहा। सारंगी ने अपनी मेहनत से बालासोर और मयूरभंज के आदिवासी इलाकों में कई स्कूल खोले।
विधायक बनने के बाद भी साइकिल से चलने वाले प्रताप सारंगी समाज सेवा को सर्वोपरि मानते हैं।
Last Updated Jun 1, 2019, 12:14 PM IST