नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी और पार्टी कोषाध्यक्ष अहमद पटेल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्योंकि आयकर विभाग ने कांग्रेस पार्टी के पैसे की लेनदेन से जुड़े मामले में पटेल को नोटिस दिया है। माना जा रहा है कि टैक्स देने के मामले में इनकम टैक्स विभाग ने पटेल को नोटिस दिया है।  हालांकि कांग्रेस का दावा है कि केन्द्र के दबाव में ये नोटिस दिया गया है।

पटेल को सोनिया गांधी की करीबी माना जाता है और पिछले साल उन्हें पार्टी का कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उससे पार्टी के कोषाध्यक्ष के पद पर मोतीलाल वोरा था। लेकिन अब अहमद पटेल की मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि उन्हें इनकम टैक्स विभाग ने नोटिस दिया और उनसे पार्टी के द्वारा किए गए लेने देन और बही खाते के बारे में जानकारी मांगी है।  हालांकि विभाग ने पटेल से काफी पहले पूछताछ की कोशिश की थी। लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य कारणों के चलते इनकम टैक्स को कोई जवाब नहीं दिया था।

फिलहाल अब कांग्रेस इस नोटिस के मिलने के बाद भाजपा पर आक्रामक हो गई है। कांग्रेस का कहना कि इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि किस तरह चुनावी बॉन्ड के माध्यम से किस तरह भ्रष्टाचार हो रहा है। हालांकि पटेल को भेजे नोटिस के बारे में इनकम टैक्स विभाग का कहना है कि पटेल को पहले नोटिस भेजा गया था लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए और अब उन्हें दूसरा नोटिस दिया गया है।  इनकम  टैक्स के अफसरों का कहना है कि कांग्रेस ने जो तथ्य इनकम टैक्स विभाग को दिए हैं वह उसके बारे में समझना चाहते हैं।

इनकम टैक्स विभाग का मानना है कि कांग्रेस के एकाउंट से कई तरह के लेनदेन में अनियमितताएं की गई हैं। असल में पिछले दिनों लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के कई नेताओं के घरों से नगदी बरामद हुई थी। सबसे ज्यादा नगदी मध्य प्रदेश से बरामद की गई थी। जिसे पार्टी का पैसा बताया गया था। लिहाजा इनकम  टैक्स इस पैसे की जांच कर रहा है। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव आयोग, आयकर विभाग, सीबीआई और ईडी को चुनावी बॉन्ड घोटाले की जांच करनी चाहिए।