जींद विधानसभा उपचुनाव के आते ही राजनेताओं को मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारे में माथा टेकना शुरू कर दिया हैं. कांग्रेसी नेता मंदिरा गुरुद्वारे और मस्जिदों में जाकर आर्शीवाद ले रहे हैं तो भाजपा भी मंदिर और गुरुद्वारों में जाकर अपनी मुराद पूरी करने के लिए माथा टेक रहे हैं.  इस उपचुनाव के लिए भाजपा के प्रत्याशी डॉ. कृष्ण मिड्‌ढा और कांग्रेस के प्रत्याशी और पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला गुरुद्वारा तेग बहादुर साहिब पहुंचे.

दोनों नेता यहां पहुंचे और उन्होंने माथा टेकाने यहां माथा टेका. जींद विधानसभा उपचुनाव में नाम वापसी का सोमवार को अंतिम दिन है और आज से ही राज्य में इस सीट के लिए चुनावी दंगल शुरू हो गया है. कांग्रेस और भाजपा ने इस सीट के लिए अपना अपना दावा किया है. कांग्रेस का कहना है कि राज्य सरकार पूरी तरह से फ्लाप हो गयी है और कुछ काम नहीं कर रही है. जबकि भाजपा का कहना है कि राज्य में भाजपा खत्म हो गयी है और अपनी सरकार के दौरान उसने राज्य का गर्त में धकेल दिया था. दोनों दल एक-दूसरे को घेरने की रणनीति बनाने में जुट गए हैं.

इस चुनाव को जीतने के लिए जातीय समीकरण बैठाने शुरू हो गए हैं. तीन राज्यों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मंदिर, मस्जिद जाने के बाद मिले नतीजों के बाद इस सीट पर भी कांग्रेस नेता इसी फार्मूले को लागू कर रहे हैं. राज्य की मनोहर खट्टर सरकार जींद में ध्यान केंद्रित कर रही है और यह सरकार के लिए सम्मान की सीट बन गयी है. पूरा मंत्रिमंडल जींद उपचुनाव के लिए मैदान सजाने में जुटा है। ऐसा कहा जा रहा है कि सीएम मनोहर लाल यूपी के प्रयागराज में कुंभ स्नान कर प्रचार के लिए उतरेंगे और दो से तीन दिन तक जींद में जनसभाएं करेंगे।  

इस चुनाव के लिए इनेलो-जेजेपी के अलावा लोकतंत्र सुरक्षा मंच ने भी जीत का गणित भिड़ाना शुरू कर दिया है. कई आजाद प्रत्याशी भी पार्टियों के प्रत्याशियों का गणित बना और बिगाड़ सकते हैं. चुनावी मैदान में कितने प्रत्याशी शेष रहेंगे, यह आज तय होगा. ऐसा माना जा रहा है कि आज नाम वापसी के बाद ही चुनावी प्रचार जोर पकड़ेगा. भाजपा माइक्रो मेकेनिज्म अपनाने के जरिए इस सीट को जीतने की तैयारी में है तो कांग्रेस की जोश के साथ चुनाव में उतर रही है.