असल में लोजपा पहले से ही जदयू नेता नीतीश कुमार के खिलाफ है और वह राज्य के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। वहीं जदयू ने जीतन राम मांझी की पार्टी को राजग में शामिल करा लिया है।
नई दिल्ली। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए केन्द्र की सत्ताधारी राजग में सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है और सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा पर दबाव बना रही है। हालांकि भाजपा और जदयू ज्यादा सीटें देने के पक्ष में नहीं है। लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। चिराग लोकसभा के प्रदर्शन के आधार पर सीटों का बंटवारा चाहते हैं।
असल में लोजपा पहले से ही जदयू नेता नीतीश कुमार के खिलाफ है और वह राज्य के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। वहीं जदयू ने जीतन राम मांझी की पार्टी को राजग में शामिल करा लिया है। जिसको लेकर लोजपा राजग में कमजोर पड़ती दिख रही है। क्योंकि दोनों ही दलों का वोटबैंक दलित ही है। वहीं लोजपा राज्य सरकार के फैसलों और योजनाओं पर सवाल खड़े कर रही है। लोजपा का कहना है कि सात निश्चय को लोजपा नहीं मानती है और इसमें भ्रष्टाचार हुआ है।
राज्य के सीएम नीतीश कुमार ने सत्ता में वापसी पर सात निश्चय पार्ट-2 शुरू करने का ऐलान किया है। वहीं लोजपा ने कल पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि सम्मानजनक सीटें न मिलने के कारण चल रही खींचतान के बीच चिराग पासवान कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। वहीं लोजपा को लेकर भाजपा का कहना है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लोजपा से बातचीत करने के लिए 3-4 लोगों को अधिकृत किया है।
Last Updated Oct 2, 2020, 6:57 PM IST