नई दिल्ली: महिला सांसद पर विवादित टिप्पणी के लिए आजम खान के खिलाफ एक्शन के लिए लोकसभा तैयार हो गयी है। उनके खिलाफ कार्रवाई का अधिकार स्पीकर को दिया गया है। अभी संसद की एथिक्स कमेटी का गठन नहीं किया गया है लिहाजा अभी कार्रवाई के स्पीकर के हाथ में दी गई है।  

आजम खान ने कल स्पीकर की कुर्सी पर पीठासीन महिला सांसद पर अशोभनीय टिप्पणी कर दी थी। उनके खिलाफ मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि उनकी टिप्पणी के बाद जब  स्पीकर ओम बिरला ने उनके अपने कथन पर खेद प्रकट करने के लिए कहा तो आजम खान उनकी बात मानने की बजाए सीट से उठकर चल दिए। 

आजम के पुराने कारनामों पर भी हुई चर्चा

आजम खान की करतूतों पर शुक्रवार को सदन में देर तक चर्चा हुई। इस दौरान कहा गया कि आजम खान सदन के बाहर भी महिलाओं का अपमान करते रहे हैं। सदस्यों का संकेत लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा पर उनकी अंतर्वस्त्रों को लेकर आजम खान की टिप्पणी की तरफ था। 

सदस्यों ने स्पीकर से अनुरोध किया कि आजम खान के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जानी चाहिए जो नजीर बन सके। 

क्या है आजम के सामने विकल्प?

सदन के बहुमत के साथ स्पीकर को कोई भी कार्रवाई करने का अधिकार है।  इसमें किसी सदस्य को निलंबित करने जैसे भी अधिकार शामिल है।  इसलिए आजम खान के सामने यही विकल्प बचता है कि वह माफी मांगते हुए अपनी बात वापस ले लें। 

सांसदों ने आजम खान पर रूल 316 बी के तहत कार्रवाई की मांग की। 

आजम के खिलाफ हुई महिला शक्ति

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि 'संसद ऐसी जगह नहीं है जहां किसी औरत की आंखों में झांका जाए। मेरे 7 साल के संसदीय कार्यकाल में किसी पुरुष ने इस तरह की हिमाकत नहीं की, ये सदन महिला से जुड़ा नहीं है बल्कि पूरे समाज से जुड़ा है। महिला किसी भी पक्ष की हो, मामला इस सदन के विशेषाधिकार का है और किसी को महिला के अपमान का हक नहीं है।'

इससे पहले बीजेपी सांसद रमा देवी ने भी आजम खान की टिप्‍पणी पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि 'आज़म खान ने कभी औरतों की इज्‍जत नहीं की। हम सभी जानते हैं कि उन्‍होंने जया प्रदा को लेकर क्‍या कहा था। इन्‍हें लोकसभा में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। मैं स्‍पीकर से आज़म खान को बर्खास्‍त करने का अनुरोध करूंगी। आज़म को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।'