उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मैनपुरी से सांसद मुलायम सिंह यादव की समधन और विवादित अफसरों में शुमार अंबी बिष्ट की मुश्किलें योगी सरकार ने बढ़ा दी है। मुलायम सिंह की समधन अंबी बिष्ट पर लखनऊ नगर निगम ने 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। ये आदेश एनजीटी के आदेश के बाद निगम ने अंबी बिष्ट पर लगाया गया है। ये जुर्माना अंबी बिष्ट को व्यक्तिगत तौर पर सरकारी खजाने में जमा करना है।

अंबी बिष्ट अकसर विवादों में रहती है। जब वह लखनऊ विकास प्राधिकरण में तैनात थी तो वहां पर भी विवादित अफसरों  में शुमार थी। एलडीए में हुए घोटालों की आंच अंबी बिष्ट तक भी पहुंची थी। लेकिन तब तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार ने उन्हें बचा लिया था। उस दौरान बिष्ट की ताकत प्राधिकरण के उपाध्यक्ष से भी ज्यादा थी।

लेकिन बाद में योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद अंबी बिष्ट को एलडीए से हटा दिया गया था। अंबी बिष्ट की पुत्री अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता की बहू हैं। हालांकि अभी एलडीए में हुए घोटालों की जांच चल रही है। अंबी बिष्ट की बेटी अर्पणा यादव राजनैतिक तौर पर सक्रिय हैं।
फिलहाल एनजीटी ने नगर पर 2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है और ये जुर्माना दोषी अफसरों से वसूला जाना है। इसके बाद नगर निगम प्रशासन हरकत में आया है। लिहाजा लखनऊ नगर निगम के आयुक्त ने 4 जोनल अधिकारियों पर ये जुर्माना लगाया है। जिसमें अंबी बिष्ट भी शामिल हैं। असल में राजधानी में सफाई की बदहाल व्यवस्था को लेकर एनजीटी नाराज है और उसने नाराज है। इसके कारण उसने दोषी अफसरों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए कहा था। नगर निगम ने ये जुर्माना अंबी बिष्ट पर व्यक्तिगत तौर पर लगाया है और इसे भरने के लिए नोटिस जारी किया है।