कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के सांसदों को हाउस अरेस्ट कर दिया है। ऐसा दावा राज्य भाजपा ईकाई ने राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर लगाया है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य की सरकार पुलिस की मदद से भाजपा को राहत वितरण कार्य नहीं करने दे रही है। वहीं राज्य में सरकार लॉकडाउन के दौरान राहत वितरण में भेदभाव कर रही है।

भाजपा ने बंगाल सरकार पर राहत वितरण रोकने का आरोप लगाया है। राज्य भाजपा के महासचिव सायंतन बसु ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता राहत बांटने के लिए पुलिस की मदद ले रहे हैं और पुलिस भाजपा को राहत वितरण से रोक रही है और उनकी पार्टी के सांसदों को घरों में नजरबंद कर रही है। भाजपा का कहना है कि ममता बनर्जी प्रशासन डराने वाली रणनीति के तौर पर पुलिस का  इस्तेमाल कर रही है और भाजपा सांसदों के घरों में पुलिस को तैनात कर रही है और घरों से बाहर नहीं निकलने दे रही है।

भाजपा का कहना है कि बांकुरा के सांसद के खिलाफ सोशल मीडिया पोस्ट करने पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। जबकि अलीपुरद्वार से भाजपा के लोकसभा सदस्य जॉन बारला चार दिनों से हाउस अरेस्ट हैं। 
बारला ने एक वीडियो पोस्ट में आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उनके घर की घेराबंदी कर दी है और उसे बाहर निकलने की अनुमति नहीं दे रही है।  उनका कहना है कि वह लोकसभा सदस्य हैं और उनके निर्वाचन क्षेत्र से फोन कॉल आ रहे हैं। वह लोगों तक राहत पहुंचाना चाहते हैं।

क्योंकि राज्य की ममता सरकार राहत वितरण में भेदभाव कर रही है। वहीं जलपाईगुड़ी से सांसद जयंत रॉय को भी अपना घर छोड़ने की अनुमति नहीं दी जा रही है। बैरकपुर से लोकसभा सदस्य अर्जुन सिंह ने भी आरोप लगाया है कि 24 परगना (उत्तर) जिले में उन्हें रोका गया। जबकि वह राहत वितरित करने गए थे।