भाजपा ने बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को 24 घंटे के भीतर दूसरा बड़ा झटका दिया है। वीरभूम जिले के लबपुर विधानसभा से टीएमसी के विधायक मुनीरुल इस्लाम बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। उनके साथ टीएमसी के वरिष्ठ नेता गदाधर हाजरा, मोहम्मद आसिफ इकबाल और निमई दास ने भी भाजपा की सदस्यता ली है। इतना ही नहीं भाजपा का दावा है कि अगले कुछ दिनों में टीएमसी के 6 और विधायक पार्टी का दामन थाम सकते हैं। छह विधायकों में से चार दक्षिण बंगाल और दो उत्तर बंगाल के बताए जा रहे हैं। 

गदाधर हाजरा टीएमसी के वीरभूम जिले के ही युवा विंग के अध्यक्ष और पूर्व विधायक हैं। मुनीरुल इस्लाम का भाजपा में शामिल होना ममता बनर्जी सरकार के लिए बड़ा झटका है। बंगाल में 27 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम हैं। ऐसे में किसी मुस्लिम विधायक के भाजपा के साथ जाने से लोगों में बड़ा सियासी संदेश जा सकता है।

भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के मुताबिक, 'बंगाल के भीतर जिस प्रकार से आतंक वाली राजनीति चल रही है, उससे टीएमसी में काफी रोष है। दीदी के अहंकार के कारण वहां काम करने में लोगों का दम घुट रहा है इसलिए बड़ी संख्या में लोगों का विश्वास पीएम मोदी पर बढ़ रहा है।' 

वहीं मुकुल रॉय ने कहा कि आज अल्पसंख्यकों के भीतर से आवाज उठ रही है और आगे इस समुदाय के कई एमएलए और सांसद भाजपा में शामिल होंगे। ये लोग सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के संकल्प को मानते हुए भाजपा में शामिल हो रहे हैं। 

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यह खबर ऐसे समय में सामने आई जब कुछ देर पहले ही ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के अपने फैसले को बदल दिया। उन्होंने शपथ समारोह में भाजपा पर सियासत करने का आरोप लगाया। ममता ने बयान में कहा कि अब वह इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगी क्योंकि इसका राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल हो रहा है। 

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘टीएमसी के छह विधायक जल्द ही हमारी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। विभिन्न नगर निगमों के कई पार्षद भी संपर्क में है। बस इंतजार करें और देखें।’ उन्होंने कहा, न केवल विधायक बल्कि तृणमूल कांग्रेस के कुछ पूर्व सांसद भी पार्टी के संपर्क में हैं और उन्होंने ‘टीएमसी के कुशासन के खिलाफ लड़ाई’ में भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताई है।

इससे पहले, भाजपा नेता मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांग्शु रॉय समेत तीन विधायक और 50 से अधिक पार्षद मंगलवार को भगवा पार्टी में शामिल हो गए। इनमें से ज्यादातर पार्षद तृणमूल कांग्रेस के हैं। भाजपा लोकसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन करने के बाद राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने पर काम कर रही है। भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य में 18 लोकसभा सीटें जीतीं जबकि तृणमूल कांग्रेस ने उससे महज चार सीटें ज्यादा जीतीं।

भाजपा नेता मुकुल रॉय ने डरा-धमकाकर लोगों को भाजपा में शामिल कराने के टीएमसी के आरोपों पर कहा, ‘ये पूरी तरह से बेबुनियाद आरोप हैं। अगर कोई भाजपा में शामिल होना चाहता है और टीएमसी के कुशासन के खिलाफ लड़ता है तो हम कैसे इसे रोक सकते हैं। टीएमसी नेता दल-बदल के बारे में बात करने वाले आखिरी लोग होने चाहिए। जब टीएमसी ने पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस और माकपा के नेताओं के साथ खरीद-फरोख्त की तब वह क्या था? क्या यह खरीद फरोख्त नहीं थी?’ (एजेंसी इनपुट के साथ)