लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने आज बसपा के कई बड़े नेताओं के साथ बैठक की। बताया जा रहा है कि इस बैठक में फैसला लिया गया कि यूपी में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में बसपा अकेले चुनाव मैदान में उतरेगी। खबर है कि मायावती ने सपा-बसपा गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस चुनाव में बसपा के वोट तो समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में पूरी तरह पड़े।  लेकिन समाजवादी पार्टी के समर्थक यादवों ने कई स्थानों पर बसपा उम्मीदवारों को वोट नहीं दिए। मायावती के इस बयान से स्पष्ट हो जाता है कि उत्तर प्रदेश में ‘साथी’ गठबंधन दम तोड़ चुका है। 

बताया जा रहा है कि आज की बैठक में मायावती ने तीन बार शिवपाल सिंह यादव का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि शिवपाल ने कई जगहों पर यादव वोट बीजेपी के लिए डलवा दिया। 

दरअसल मायावती पहले से बड़ी कार्रवाई के मूड में थीं। उन्होंने रविवार को भी बड़ी कार्रवाई करते हुए कई राज्यों के लोकसभा प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों को पद से हटा दिया था।

 उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने वाले हैं। दरअसल मायावती इसलिए गुस्से में हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश की दो सीटें मेरठ और मछलीशहर बसपा ने बहुत कम अंतर से हारी थी। मछलीशहर की सीट बसपा उम्मीदवार को बीजेपी के हाथों मात्र 181 वोटों से हार मिली थी। 

माय नेशन ने बहुत पहले ही बताया था कि कैसे यूपी में बहुजन समाज पार्टी ने अखिलेश यादव के गैर अनुभवी होने का फायदा उठाया है। इस बात  के संकेत पहले भी मिल रहे थे कि मायावती जल्दी ही सपा से पीछा छुड़ा लेंगी। यह आशंका सच साबित हुई।