चेन्नई। मिचौंग का कहर लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से आम लोगों की जान सांसत में आ गई है। प्रदेश में हालात बेकाबू होते जा रहे है लेकिन तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। हजारों घर तबाह हो गए, लोगों की जानें भी चली गईं। अभी भी तूफान कम होता नजर नहीं दिख रहा है। गांवों से लेकर शहरों तक में हालात बदतर हो गए हैं। घरों में कैद मजबूर लोग तूफान से बचकर कहीं भाग भी नहीं पा रहे हैं क्योंकि सारे रास्ते भी बंद हो गए हैं।

मिचौंग ने मचाई तबाही, स्कूल-कॉलेज सब बंद 
बंगाल की खाड़ी से शुरू हुआ तूफान चरम पर पहुंच चुका हैं। मिचौंग ने तमिलनाडु में पूरी तरह से तबाही मचा रखी है। चेन्नई में की सड़कों पर नाव चल रही है। यहां पूरे शहर में पानी भरा हुआ है। एनडीआरएफ की टीमें लोगों को घरों से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर ले जा रही हैं। शहर में अलर्ट जारी किए जाने के साथ ही सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। लोगों को भी घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई है। 

 

आंध्र पदेश के तट से कभी भी टकरा सकता है मिचौंग
मिचौंग के कारण ट्रेनें, बसें, 12 फ्लाइटे सब कैंसिल कर दी गई हैं, लोग बचकर जाएं भी तो कहां जाएं। उधर मिचौंग आंध्र प्रदेश के तट से कभी भी टकरा सकता है। ऐसे में समुद्र के पूर्वी तटों से जुड़ी सभी पांच राज्यों को अलर्ट कर दिया गया है। आंध्र प्रदेश के तिरुपति ,नेल्लौर, प्रकाशम, बापटला,कृष्णा, कोनसीमा, पश्चिम गोदावरी और काकीनाड़ा में अलर्ट घोषित कर दिया है। वही उत्तर भारत के भी कई राज्यों में भी मिचौंग का असर देखने को मिल रहा है।

अब तक आठ लोगों की मौत
मिचौंग तूफान के कारण अब तक कुल आठ लोगों की मौत हो चुकी है। तूफान में कई लोगों को चोटें भी आई हैं तो कई गृहस्थियां पूरी तरह से तबाह हो गई हैं। फिलहाल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार लोगों तक जरूरी मदद पहुंचाने का प्रयास कर रही है।