प्रवर्तन निदेशालय को आज एक बड़ी कामयाबी मिली है। अगस्ता वेस्टलैंड मामले में एक और बिचौलिये सुशेन मोहन गुप्ता को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने गिरफ्तार किया है। ईडी आज उसे दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश करेगी। बिचौलिये की गिरफ्तार से इस मामले और बड़े राज खुलेंगे।

जानकारी के मुताबिक अगस्ता वेस्टलैंड मामले में सुशेन मोहन गुप्ता को ईडी ने गिरफ्तार किया है। गुप्ता को ईडी ने रात में गिरफ्तार किया है। इसे ईडी की बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है। ईडी आज उसे पटियाला कोर्ट में पेश करेगी। इससे पहले अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में दुबई का कारोबारी और बिचौलिया राजीव सक्सेना पहले ही सरकारी गवाह बन चुका है। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने उन्हें सरकारी गवाह बनने की अनुमति दे दी है।

गौरतलब है कि राजीव सक्सेना ने 27 फरवरी को गवाह बनने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दी थी और उसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया है। सक्सेना को सरकार द्वारा 31 जनवरी को प्रत्यर्पण कर लाया गया था। वह दुबई में रह रहा था। जानकारी के मुताबिक अगस्ता हेलिकॉप्टर घोटाले में 53 करोड़ डॉलर का ठेका पाने भारतीय अधिकारियों को 100-125 करोड़ रुपये तक की रिश्वत दी गयी।

इस दौरान भारतीय वायुसेना को 12 हेलि‍कॉप्टरों की खरीद करनी थी और एंग्लो-इतालवी कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड के साथ 2010 में 3 हजार 600 करोड़ रुपये के करार किया गया। हालांकि बाद में 2014 में भारत सरकार ने इस करार को रद्द कर दिया।

क्या खूबियां थी अगस्ता हेलीकॉप्टर में 
जिस इतालवी कंपनी से 3,600 करोड़ रुपये की डील हुई थी, उससे 12 चॉपर खरीदे जाने थे। इस हेलीकॉप्टर में तीन मजबूत इंजन लगे थे। ये हेलीकॉप्टर  वीवीआईपी लोगों के लिए खरीदे जाने थे। इसमें 360 डिग्री के सर्विलांस रडार लगा होता है और साथ ही आत्मरक्षा सूट, रीट्रेक्टेबल लैंडिंग गियर भी लगे होते हैं। इसकी लंबाई 74.92 फुट लंबा और 21.83 फुट ऊंचाई थी और इसकी रफ्तार 278 किलोमीटर प्रति घंटा के थी।