नई दिल्ली। नागरिकता संसोधन कानून को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का साथ मिल गया है। ट्रंप ने इसे भारत का आंतरिक मामला बताते हुए कहा कि पीएम मोदी देश के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। यही नहीं ट्रंप ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर चर्चा भी की। लिहाजा ये पाकिस्तान के लिए ये बड़ा झटका माना ज रहा था। क्योंकि दुनियाभर में भारत के खिलाफ सीएए को लेकर अफवाह फैला रहा था।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी ने बहुत मेहनत की है। हमने लंबे समय तक इसके (सीएए) बारे में बात की। उन्होंने कहा कि वह(पीएम मोदी) चाहते हैं कि लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता मिले। फिलहाल ट्रंप का ये बयान काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ बयान दे रहा है। ट्रंप ने कहा कि भारत के साथ हमने भारत के साथ धार्मिक स्वतंत्रता पर बात की। धार्मिक आजादी पर भारत अच्छा काम कर रहा है और भारत में सभी धर्मों का सम्मान होता है। ट्रंप ने कहा कि सीएए का मामला मैं भारत पर छोड़ता हूं।

लेकिन ट्रंप के बयान के बाद माना जा रहा है कि ये पाकिस्तान के लिए ये बड़ा झटका है। हालांकि ट्रंप ने पाकिस्तान को पहले ही झटका दे दिया था जब ट्रंप ने पाक पीएम के पाकिस्तान यात्रा के निमंत्रण को ठुकरा दिया था। गौरतलब है कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के लिए दिल्ली में पिछले दो दिन से हिंसा हो रही है। इसमें 11 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और 100 से अधिक लोग घायल हो गए। इसके लिए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में स्थिति की समीक्षा करने के लिए बैठक की। वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आपात बैठक की, और प्रदर्शनकारियों से शांत रहने की अपील की।