नोटबंदी के 'हीरो' और भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी शक्तिकांत दास को मंगलवार को रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किया गया। दास मई 2017 में वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव पद से सेवानिवृत हुए थे। रिजर्व बैंक के गवर्नर के पद पर उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है। वह उर्जित पटेल का स्थान लेंगे जिन्होंने सोमवार को अप्रत्याशित रूप से अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। 

शक्तिकांत दास इस समय वित्त आयोग के सदस्य हैं। 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के ऐलान के समय दास वित्त सचिव थे। उन्होंने नोटबंदी की पूरी प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई थी। सोमवार को रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से ही शक्तिकांत दास को नए गवर्नर की रेस में सबसे आगे माना जा रहा था। बताया जाता है कि उनकी इस पद पर नियुक्ति से पहले मंगलवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के बीच मुलाकात हुई थी। 

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जानकारों का मानना है कि एक महीने पहले केंद्रीय बैंक बोर्ड की बैठक में आरबीआई के गवर्नर और केंद्र सरकार के बीच तालमेल की बात सामने आई थी। यह तय किया गया था कि दोनों के बीच तालमेल के लिए केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक मिलकर एक विशेषज्ञ समिति का गठन करेंगे। इस समिति को टकराव की स्थिति को समझने और उसका हल निकालने का दायित्व दिया गया था। अब शक्तिकांत दास इस समिति का गठन करेंगे।