नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद लगातार सुर्खियों में बनी हुई तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां को केन्द्र की मोदी सरकार ने एक नई जिम्मेदारी दी है। अब नुसरत जहां को जल संसाधन मामलों की समिति का सदस्य बनाया गया है। अब नुसरत समिति में जल संसाधन से जुड़े मामलों में अपनी सिफारिशें और सलाह देंगी। इस बार कई कमेटियों से कांग्रेस का दबदबा कम हो गया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी को रक्षा मामलों की समिति का सदस्य नियुक्त किया है तो भोपाल से भाजपा की सांसद रेलवे की कमेटी में सदस्य बनाई गई हैं।

लोकसभा अध्यक्ष की संस्तुति के बाद 17वीं लोकसभा के लिए संसद की स्थायी समितियों का गठन हो गया है। इन समितियों में तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य और पहली बार चुनाव जीत कर आई फिल्म अभिनेत्री नुसरत जहां को भी जगह मिली है। तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां को जल संसाधन मामलों की संसदीय कमेटी में सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है। जबकि इस कमेटी की अध्यक्षता भाजपा सांसद संजय जायसवाल करेंगे।

गौरतलब है कि लोकसभा में सदस्य के तौर शपथ लेने के बाद नुसरत जहां ने लोकसभा स्पीकर के भी पैर छूए थे और उनसे आर्शीवाद भी लिया था। वहीं भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रेलवे पर बनी कमेटी का सदस्य बनाया गया है। इस कमेटी की अध्यक्षता पूर्व कृषि मंत्री और भाजपा सांसद राधा मोहन सिंह करेंगे। असल में पिछली बार ज्यादातर समितियों के अध्यक्ष के पद पर कांग्रेस नेता थे। लेकिन इस बार भाजपा सांसदों को इन कमेटियों की कमान मिली है।

गौरतलब है कि पिछले बार वित्तीय मामलों की समिति के अध्यक्ष कांग्रेस सांसद वीरप्पा मोइली थे तो वहीं विदेश मामलों की कमेटी की अध्यक्षता शशि थरूर कर रहे थे। लेकिन इस बार वित्त मामलों की कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी झारखंड के हजारीबाग से सांसद और पूर्व वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा को दी गई है जबकि पीपी चौधरी को विदेश मंत्रालय से जुड़ी स्टैंडिंग कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

जबकि कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी, अभिषेक मनु सिंघवी और शिवसेना के संजय राउत को रक्षा मामलों की कमेटी में शामिल किया गया है और इस कमेटी की अध्यक्षता भाजपा सांसद जुएल ओराम होंगे।