नई दिल्ली। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार जम्मू और कश्मीर के पूर्व सीएम फारूख अब्दुला और उनके परिवार पर मेहरबान हैं और जिसके बाद केन्द्र सरकार ने फारूख अब्दुल्ला के बेटे उमर अब्दुला को नजरबंदी से रिहा कर दिया है। लेकिन वहीं अभी तक पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती कैद में है। जिसको लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। महबूबा मुफ्ती पिछले 8 महीनों से पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत हिरासत में हैं और वह राज्य से अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध कर रही थी।

जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती अभी भी केन्द्र सरकार की हिरासत में है। हालांकि कई राजनैतिक दल उन्हें रिहा करने की मांग कर चुके हैं। वहीं केन्द्र सरकार ने सोमवार को राज्य के पूर्व सीएम और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष  उमर अब्दुल्ला को हिरासत से रिहा किया है। हालांकि रिहा होने के बाद उमर ने केन्द्र सरकार के खिलाफ कुछ भी नहीं बोला और  कहा कि इस वक्त कोरोना से लड़ने की जरूरत है। लिहाजा वह कुछ नहीं कहेंगे।

माना जा रहा कि केन्द्र सरकार जल्द ही महबूबा को रिहा कर सकती है। लेकिन इसके लिए उन्हें अपने रूख में बदलाव करना होगा। क्योंकि महबूबा केन्द्र सरकार के खिलाफ बयान देती रहती है और जिसके बाद राज्य में माहौल खराब हो सकता है। जिसके कारण केन्द्र सरकार ने उन्हें रिहा नहीं किया है। हालांकि महबूबा की बेटी  इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी मां की नजरबंदी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।

गौरतलब है कि राज्य से 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाया गया था और उसके बाद से ही महबूबा मुफ्ती,उमर अब्दुल्ला और फारुक अब्दुल्ला को नजर बंद कर दिया गया था। केन्द्र सरकार ने पिछले महीने ही फारुक अब्दुल्ला को रिहा किया था जबकि उनके बेटे उमर अब्दुल्ला को मंगलवार को रिहा किया गया। केन्द्र सरकार ने अगस्त में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है।