नई दिल्ली: मॉनसून अब गुजरात से अपना रास्ता बदलकर मध्य प्रदेश और दक्षिणी उत्तर प्रदेश की सीमा में घुस चुका है। इन इलाकों में अब अच्छी बारिश की संभावना जताई जा रही है। 

दरअसल कम दबाव के क्षेत्रों के बाद मॉनसून अब  ऊपरी चक्रवात के साथ मध्य प्रदेश के उत्तरी इलाकों और उत्तर प्रदेश के दक्षिणी इलाकों की ओर बढ़ गया है। यह कम दबाव का क्षेत्र गुजरात के समुद्र से लगे कच्छ के तटीय इलाकों पर बना हुआ था। जो कि अब अपना रास्ता बदल चुका है। 
इस कम दबाव की वजह से गुजरात के उत्तरी जिलों और सौराष्ट्र में जबरदस्त बारिश हुई है। लेकिन अब इसके रास्ता बदलकर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ जाने से वहां भी अच्छी बारिश की संभावना जताई जा रही है। 

बिहार और झारखंड जैसे राज्यों के लिए भी अच्छी खबर है। यहां भीषण गर्मी की वजह से दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन इन इलाकों में भी अगले दो से तीन दिनों में मॉनसून पहुंच जाएगा। 

अरब सागर और बंगाल की खाड़ी वाली मानसून की दोनों ब्रांच सक्रिय होने से मानसून तेजी से आगे की तरफ बढ़ रहा है। जिसकी वजह से 
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले दो या तीन दिन में बिहार, झारखंड, ओडिशा, गोवा, कोंकण, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु में मॉनसूनी बारिश के शुरु हो जाएगी।  

दरअसल इस साल के मानसून की गति बेहद धीमी रही है। यह पिछले 12 सालों में सबसे धीमी रफ्तार से आगे की तरफ बढ़ रहा है। इसकी प्रमुख वजह वायु तूफान भी है। जिसकी वजह से बादलों की दिशा बदल गई है। 

यही कारण है कि देश में मॉनसून अभी तक मात्र 10 से 15 फीसदी इलाकों तक ही अपना असर दिखा पाया है।