लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां केजीएमयू में बीते 57 दिनों से बीमार बेटे का इलाज करा रही एक मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को अस्पताल की चौथी मंजिल से नीचे फेंक दिया। जिससे बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मां ने बच्चे के गायब होने की झूठी कहानी भी बताई। हालांकि, बाद में सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद हत्या का खुलासा हुआ। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो मां ने नवजात को नीचे फेंकने की बात कबूल ली। फिलहाल, पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है।

अस्पताल प्रशासन के मुताबिक इस महिला ने 23 अप्रैल को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में नवजात को जन्म दिया था। जन्म के बाद नवजात पीलिया बीमारी से ग्रसित हो गया। इसकी वजह से बच्चे का लीवर खराब हो गया। 26 मई को बीआरडी मेडिकल कॉलेज ने उसे लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडकिल कॉलेज (केजीएमयू) रेफर कर दिया। उसी दिन उसे केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था।

पुलिस ने बताया कि सोमवार रात महिला का पति और देवर ट्रामा सेंटर के बाहर सोए थे। ट्रामा सेंटर की चौथी मंजिल पर पीडियाट्रिक विभाग में बच्चा एडमिट था। डॉक्टरों ने सुबह पांच बजे मां को दूध पिलाने के लिए दिया। इस दौरान उसने बच्चे को ऊपर से फेंक दिया। शुरुआत में महिला ने बच्चे के गायब होने की झूठी कहानी सुनाई। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। ट्रामा सेंटर में लगे सीसीटीवी फुटेज से मां की झूठी कहानी का सच सामने आ गया। यह परिवार कुशीनगर जिले के कसया थानाक्षेत्र के धुरिया गांव का रहने वाला है।