नेपाल के पीएम ओली अपनी कुर्सी बचाने के लिए लगातार नए नए पैतरे बदल रहे हैं। वह कभी भारत के खिलाफ बयान दे रहे हैं तो कभी चीन की शह पर नेपाल के नए नक्शे में भारतीय इलाकों पर दावा कर रहे हैं। जबकि नेपाल के हालात कोरोना को लेकर काफी खराब हैं और वह इसके लिए भी भारत से आ रहे लोगों को कसूरवार ठहरा रहे हैं।
लखनऊ। नेपाल में अपनी सत्ता को बचाने के लिए धर्म का सहारा लेने वाले प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली अपने ही बयानों में घिर गए हैं और नेपाल में उनकी जमकर आलोचना हो रही है। ओली अब अपने बयान से पटलते नजर आ रहे हैं। वहीं ओली द्वारा 'अयोध्या' को लेकर दिए गये बयान के बाद मुस्लिम नेता व अयोध्या मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि अगर भगवान हनुमानजी कोप गए तो नेपाल तबाह हो जाएगा।
इकबाल अंसारी ने कहा कि ओली को धर्म का कोई ज्ञान नहीं है और वह कभी अयोध्या आए भी नही, इसलिए इस तरह की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या प्राचीन समय से सभी धर्म और सम्प्रदायों के लिए पवित्र नगरी है और यहां भगवान हनुमानजी का राज चलता है। यदि भगवान हनुमान जी कोप गये तो फिर नेपाल को तबाह होने से कोई नहीं बचा सकता है।
कुर्सी बचाने को धर्म का ले रहे हैं सहारा
नेपाल के पीएम ओली अपनी कुर्सी बचाने के लिए लगातार नए नए पैतरे बदल रहे हैं। वह कभी भारत के खिलाफ बयान दे रहे हैं तो कभी चीन की शह पर नेपाल के नए नक्शे में भारतीय इलाकों पर दावा कर रहे हैं। जबकि नेपाल के हालात कोरोना को लेकर काफी खराब हैं और वह इसके लिए भी भारत से आ रहे लोगों को कसूरवार ठहरा रहे हैं। वहीं कुर्सी बचाने की फिराक में ओली ने धर्म का सहारा लिया और कहा कि भगवान राम नेपाली हैं न कि भारतीय। उन्होंने कहा जिस अयोध्या की बात शास्त्रों में लिखी गई है वह असली अयोध्या नेपाल में है, न कि भारत में।
Last Updated Jul 14, 2020, 7:53 PM IST