नई दिल्ली-- जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार शाम हुए हमले में जैश के आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी, जिसमें 37 जवान शहीद हो गए। यह 2016 में हुए उरी हमले के बाद सबसे भीषण आतंकवादी हमला है।

केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। हमले के बाद पहली बार सामने आए पीएम मोदी ने कहा कि आतंक के सरपरस्तों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। पीएम ने पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उन्होंने देश की सेवा करते हुए अपने प्राण न्योछावर किए हैं,  दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं, उनके परिवारों के साथ हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में आक्रोश है और लोगों का खून खौल रहा है। पीएम ने कहा कि आतंकी सरपरस्तों बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस हमले अंजाम देने वालों को सजा जरूर मिलेगी। पीएम ने कहा कि इस वक्त देश में कुछ कर गुजरने की भावना है।

 

सुरक्षाबलों को पूरी छूट दे दी गई है। देश में बहुत आक्रोश है। आतंकवादी बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा, 'आतंकवाद के इस कृत्य के पीछे की ताकतें और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को निश्चित रूप से दंडित किया जाएगा।'

पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान खुद आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। पड़ोसी देश की चाल कभी सफल नहीं होने देंगे। पाकिस्तान तबाही के रास्ते पर चल रहा है। पीएम मोदी ने कहा अभी माहौल आक्रोश के साथ दुख से भरा हुआ है। आतंक के खिलाफ मानवतावादी शक्तियों को एक होना होगा।

इससे पहले हमले के मद्देनजर शुक्रवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई। बैठक में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, तीनों सेनाध्यक्ष और सीआरपीएफ के डीजी ने भाग लिया।

बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर अलग-थलग किया जाएगा। पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लिया जाएगा। आतंक के समर्थकों को पछताना पड़ेगा।