आज ही दिन आज से ठीक बीस साल पहले भारतीय सैनिकों ने जम्मू कश्मीर के कारगिल में ऑपरेशन विजय में पाकिस्तान को हराया था। भारतीय सेना के गौरव और इस विजय के मौके पर आज पूरा देश जश्न में डूबा है और हर कोई शहीद सैनिकों को नमन कर रहा है और भारतीय सेना को इस जीत के लिए बधाई दे रहा है। आज राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने शहीद सैनिकों को नमन किया और श्रद्धांजलि दी।

कारगिल विजय दिवस को आज पूरे 20 साल हो  गए हैं। बीस साल पहले आज ही दिन यानी 26 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को परास्त किया था और भारतीय सेना को विजय मिली थी। इस विजय के उपलक्ष्य में हर साल देश विजय दिवस मनाता है।

आज कारगिल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस विजय के मौके पर युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी है। वहीं  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर वीर सपूतों के नमन किया। जबकि थल सेना प्रमुख  विपिन रावत ने द्रास में बने शहीद स्मारक में जाकर भारतीय शहीद सैनिकों को श्रद्धांजली थी।

अपने संदेश में राष्ट्रपति ने लिखा है  "करगिल विजय दिवस, हमारे कृतज्ञ राष्ट्र के लिए 1999 में कारगिल की चोटियों पर अपने सशस्त्र बलों की वीरता का स्मरण करने का दिन है। हम इस अवसर पर, भारत की रक्षा करने वाले योद्धाओं के धैर्य व शौर्य को नमन करते हैं। हम सभी शहीदों के प्रति आजीवन ऋणी रहेंगे. जय हिन्द!

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस युद्ध से जुड़ी अपनी यादों को साझा किया है। भारत ने आज ही के दिन साल 1999 को कारगिल युद्ध में विजय हासिल की थी। इसीलिए इसे विजय दिवस भी कहा जाता है। गौरतलब है कि आज ही के दिन साल 1999 को कारगिल युद्ध में भारतीय सेना को विजय मिली थी।

विषम परिस्थितियों में भारतीय सेना ऊंची ऊंची चोटियों पर बैठे पाकिस्तान के सैनिकों और उसके आतंकियों को मार गिराया था और उन चोटियों पर भारतीय तिरंगे को फहराया था। भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 में कारगिल जिले में युद्ध हुआ था। ये युद्ध साठ दिन चला जिसमें भारत के कई सैनिक शहीद हुए थे। लेकिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान को हरा कर इस युद्ध में जीत हासिल की थी। तब से इस विजय को विजय दिवस कहा जाता है।