राष्ट्रीय महिला आयोग ने कोलकाता में दो हिंदू लड़कियों का जबरन धर्मांतरण कर निकाह कराए जाने की ‘माय नेशन’ की रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लेते हए बंगाल पुलिस को लताड़ लगाई है। राज्य पुलिस महानिदेशक से इस मामले में ‘कड़ी और तत्काल कार्रवाई’ करने को कहा गया है।

आयोग की ओर से डीजीपी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने ‘माय नेशन’ में प्रकाशित उस खबर का स्वतं संज्ञान लिया है, जिसमें कोलकाता के एक पिता ने आरोप लगाया है कि उसकी दो बेटियां का जबरन धर्मांतरण कर निकाह करा दिया गया। इनमें से एक बेटी नाबालिग है। पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। 31 मार्च 2019 को दूसरी शिकायत देने के बावजूद कोलकाता पुलिस ने अभी तक इसकी एफआईआर दर्ज नहीं की है। पत्र में पुलिस से यह भी कहा गया है कि वह इस मामले में की गई कार्रवाई को लेकर आयोग को सूचित करे। 

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अपनी शिकायत में पीड़ित पिता ने कहा है कि, ‘मेरी दो बेटियां हैं। हाल में मुझे पता चला कि हमारे इलाके में कुछ मुस्लिम लड़के बालिग और नाबालिग दोनों तरह की लड़कियों को फंसाने की कर रहे हैं। इसमें मेरी बेटियां भी शामिल हैं।’ पिता के मुताबिक, शुरुआत में उन्होंने हिंदू बनकर मेरी बेटियों से मेलजोल बढ़ाने की कोशिश की। लेकिन जब मेरी बेटियों को आरोपियों (शहबाज और अहमद खान) की असलियत का पता चल गया तो उन्होंने कोई भी संबंध रखने से इनकार कर दिया। 

अपनी नाबालिग लड़की का जिक्र करते हुए पीड़ित पिता ने कहा, ‘आरोपी युवक और उसके दोस्तों ने मेरी नाबालिग लड़की को धमकाना शुरू कर दिया। उसने धमकी दी कि वह मुझे, मेरी पत्नी और बेटे समेत परिवार के दूसरे को सदस्यों को जान से मार देगा। उसने मेरी नाबालिग बेटी पर इस्लाम अपनाने और शादी करने के लिए दबाव बनाया। जब उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो आरोपी बार-बार उसे ऐसा करने की धमकी देता रहा।’

पीड़ित लड़कियों के पिता ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा कि कुछ मुस्लिम लड़कों ने पहले हिंदू बनकर उनकी बेटियों से दोस्ती की। लेकिन जब लड़कियों को उनके धर्म का पता चला तो उन्होंने लड़कों से मिलना जुलना बंद कर दिया। पीड़ित पिता ने कहा, ‘इसके बाद आरोपी युवक और उसके दोस्तों ने मेरी नाबालिग लड़की को धमकाना शुरू कर दिया। उसने धमकी दी कि वह मुझे, मेरी पत्नी और बेटे समेत परिवार के दूसरे को सदस्यों को जान से मार देगा। उसने मेरी नाबालिग बेटी पर इस्लाम अपनाने और शादी करने के लिए दबाव बनाया। जब उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो आरोपी बार-बार उसे ऐसा करने की धमकी देता रहा।’

पिता की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक, ‘11 मार्च को मेरी दोनों लड़कियां लापता हो गई। काफी खोजबीन करने के बावजूद लड़कियों का पता लगा और इसके बाद जोरबागान पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने मेरी एक बेटी को छुड़ा लिया।’ हालांकि कोलकाता पुलिस की ओर से हमें कोई मदद नहीं मिली। पुलिस ने इस मामले में कोई एफआईआर भी दर्ज नहीं की है।